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Friday, May 17, 2024
डॉ० कुमार विमलेन्दु सिंह | Navpravah Desk लोकतंत्र मे, शासन एक ऐसी अवस्था का नाम है, जिसे ग्रहण करते ही कोई भी व्यक्ति, समूह या संगठन, सामान्यता  का प्रतीक और प्रतिनिधि दोनों एक साथ हो जाता है।  ऐसे में ये आवश्यक हो जाता है कि जिनका प्रतिनिधित्व हो रहा है, यानि...
डॉ० कुमार विमलेन्दु सिंह | Navpravah Desk दस्त- ब- दस्त ली जाती हैं ख़बरें, जिन्हें ख़य्याम नहीं बताते , कुछ शख्स, किसी तरफ़ से नहीं , बस आवाम के लिए कहते हैं , और जब से दूरदर्शन पर ये खबरें सुनाई जाने लगीं , तब से इस के साथ कुछ चेहरे...
डॉ० कुमार विमलेन्दु सिंह | Navpravah Desk इतिहास की प्रस्तुति और लेखन, हमेशा प्रश्नों के घेरे में रहे हैं। भारत के परिप्रेक्ष्य में दुविधाएं बढ़ जाती हैं, जब भी इतिहास के लेखन और प्रस्तुति की बात आती है। भारत एक विशाल और महान संस्कृति वाला देश रहा है और आक्रांताओं के...
डॉ० कुमार विमलेन्दु सिंह | Navpravah Desk हमारे देश में, नारी सम्मान की अनेक कथाएं हैं और उनके महत्व की तो इतनी बातें हैं कि आज की स्थितियों में, सहज इन वर्णनों पर विश्वास कर पाना कठिन सा लगता है। आज भी तथाकथित कवि सम्मेलनों में, महिलाओं के ऊपर जुमले कह...
न्यूज़ अपडेट | Navpravah Desk 'ऋषिमम प्रोडक्शन' एवं उनके सहयोगी (एसोसिएट पार्टनर) 'चम्बल सिने प्रोडक्शन' के द्वारा अभिनेता निर्मल पाण्डेय की स्मृति में ऑनलाइन लधु व वृत फ़िल्म फेस्टिवल का आयोजन हो रहा है। आज जाने माने फ़िल्म व टेलीविजन निर्देशक अनिल दुबे ने फ़िल्म फेस्टिवल से सम्बन्धित पोस्टर, तिथियों की...
डॉ० कुमार विमलेन्दु सिंह | Navpravah Desk अचेतन मन में जब दमन की गई इच्छाएं होती हैं और समाज की नियमावली या स्वयं की अक्षमता के कारण कोई मनुष्य अपनी इच्छाएं दबा लेता है, तो वे मरती नहीं। स्वप्न में मस्तिष्क उन अतृप्त कामनाओं की पूर्ति करवाता है। महान ऑस्ट्रियन मनोवैज्ञानिक...
एंटरटेंमेंट डेस्क | navpravah.com संगीतकार जोड़ी साजिद-वाजिद के वाजिद ख़ान का रविवार देर रात निधन हो गया। 43 वर्षीय गायक-संगीतकार वाजिद ख़ान लम्बे समय से किडनी की परेशानी से जूझ रहे थे। मुम्बई के एक अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। कल रात अचानक उनकी तबियत बिगड़ने की वजह...
डॉ० कुमार विमलेन्दु सिंह | Navpravah Desk इंसान, अपनी हसरतों के पीछे भागते हुए, अकसर ये भूल जाता है कि ज़िंदगी की सबसे बड़ी मिल्कियत है फ़ुर्सत, सबसे बड़ा सुकून है, अपनों के बीच रहना और सबसे ख़ास बात है, आम होना। ये आम इंसान, भारतीय जनता के बीच बहुत प्रसिद्ध...
डॉ० कुमार विमलेन्दु सिंह | Navpravah Desk मुल्क़ का तक़सीम होना और एक लकीर के दोनों तरफ़ हमेशा के लिए अलग बसर करने की कवायद में लगना, कुछ लोगों के लिए सियासत था, कुछ के लिए हसरत लेकिन सब के लिए ये फ़ुरक़त भी था। कितना ख़ून बहा, कितनी जानें गईं,...
सौम्या केसरवानी | navpravah.com क़रीब 1200 किमी की दूरी साइकिल से तय कर ज्योति ने एक मिसाल पेश की है। ज्योति इस जज़्बे की वजह से रातों-रात दुनिया भर में चर्चित हो गईं। अब इसी  मुद्दे को सिनेमाइ शक्ल देने की भी बात शुरू हो गई है। फ़िल्म निर्माता विनोद कापड़ी...