नृपेंद्र कुमार मौर्य| navpravah.com
नई दिल्ली | “10 नवजात बच्चों की मौत हो गई। उस मां के आंसू और भावना को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता जिसने अपनी औलाद को खो दिया है। यह सिर्फ हादसा नहीं, बल्कि एक संस्थागत हत्या है।” यह बयान कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला ने नागपुर में आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस में दिया। उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर तीखा हमला करते हुए कहा, “योगी आदित्यनाथ ने संन्यास लिया है, जो उनका व्यक्तिगत फैसला है। उन्होंने शादी नहीं की और उनके अपने बच्चे नहीं हैं, लेकिन काश वे समझ पाते कि बच्चे खोने का दर्द क्या होता है।”
झांसी में दर्दनाक हादसा
झांसी के रानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के नवजात शिशु गहन चिकित्सा इकाई (एनआईसीयू) में शुक्रवार रात हुए हादसे में 10 नवजातों की मौत ने पूरे क्षेत्र को शोक में डुबो दिया, जिससे पूरे क्षेत्र में हाहाकार मच गया। इस घटना के बाद माता-पिता और अस्पताल का स्टाफ रोते-बिलखते इधर-उधर भागते रहे। हादसे में 17 बच्चों की स्थिति अभी भी गंभीर बताई जा रही है, और कई माता-पिता अपने बच्चों के लापता होने से भयभीत हैं।
कैसे हुआ हादसा?
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (CMS) सचिन माहौर ने बताया कि एनआईसीयू में कुल 54 नवजात शिशु भर्ती थे। शुक्रवार रात करीब 10:30 से 10:45 बजे के बीच ऑक्सीजन कंसंट्रेटर में शॉर्ट सर्किट से आग लग गई। आग तेजी से फैल गई, जिससे अंदर के यूनिट में अधिक नुकसान हुआ और कई बच्चों की झुलसने से मौत हो गई। इस भयंकर दुर्घटना के कारण अस्पताल परिसर में अफरातफरी मच गई।
मुख्यमंत्री और डिप्टी सीएम का बयान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है और तत्काल जांच के आदेश दिए हैं। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि एक उच्चस्तरीय जांच की जाएगी और डीजीएमई, फायर और इलेक्ट्रिक विभाग की संयुक्त रिपोर्ट के आधार पर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
परिजनों का दर्द और प्रशासन की चुनौतियां
अस्पताल में इस त्रासदी के बाद से परिजनों में गहरा आक्रोश और मातम है। कई परिजन अभी भी अपने बच्चों की स्थिति को लेकर अंधेरे में हैं। जांच प्रक्रिया और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग तेजी से उठ रही है।