डॉ० कुमार विमलेन्दु सिंह | Cinema Desk
1973 में, स्वीडेन की मीडिया ने, एक बैंक डकैती के बारे में लिखते हुए, "स्टॉकहोल्म सिन्ड्रोम",इस संज्ञा का प्रयोग, एक मानसिक स्थिति को दर्शाने के लिए किया। घटना ये थी, कि बैंक में डकैती के दौरान अपराधियों ने, चार लोगों को बंधक बना...
डॉ० कुमार विमलेन्दु सिंह | Cinema Desk
जिजीविषा मनुष्य की सबसे प्रबल भावना है और बाकी सारी भावनाएं, इसी को और प्रबल या क्षीण बनाती हैं। सारे संबंधों के बनने के पहले, निभाए जाने के दौरान और टूटने या समाप्त होने तक , बस यही जिजीविषा बची रहती है। अगर...
अमित द्विवेदी | Cinema Desk
नवप्रवाह रेटिंग :
निर्देशक अनुराग कश्यप की फ़िल्म चोक्ड नेटफ़्लिक्स पर रीलीज़ हो गई है। इस फ़िल्म से ऐसी उम्मीद की जा रही थी, कि इसमें पहले वाले अनुराग कश्यप की बारीकी नज़र आएगी। अनुराग के निर्देशन के अलावा उनकी ख़ासियत उनकी कहानी का आधार और...
अमित द्विवेदी | Cinema Desk
नवप्रवाह रेटिंग :
विनय पाठक, तिलोत्तमा और सीमा पाहवा अभिनीत वेब फ़िल्म ‘चिंटू का बर्थ डे’ Zee5 पर स्ट्रीम हो रही है। चिंटू का बर्थडे इन दिनों आ रही तमाम फ़िल्मों से अलग है। यह एक ऐसी फ़िल्म है, जिसे पूरे परिवार के साथ बैठकर देखा...
डॉ० कुमार विमलेन्दु सिंह | Cinema Desk
मानव हृदय, भावनाओं और संभावनाओं का महासागर होता है और अपने वेग के चरम पर होता है, युवावस्था में। कुछ व्यक्ति इस वेग को अपने अनुसार कृतित्व और रचनात्मकता के लिए प्रयोग में लाते हैं, तो कुछ के मन में भावनाएँ, संभावनाओं पर...
ट्रेलर रिव्यू |Cinema Desk
हॉटस्टार स्पेशल्स की वेब सीरीज़ ‘आर्या’ से अभिनेत्री सुष्मिता सेन की एक बार फिर से वापसी हो रही है। सुष्मिता सेन इसके पहले हिंदी की फ़िल्म ‘नो प्रॉब्लम’ और श्रीजीत की बंगाली फ़िल्म में नज़र आईं थी। सुष्मिता की इस वेब सीरीज़ की प्रतीक्षा उनके फ़ैन्स लम्बे...
डॉ० कुमार विमलेन्दु सिंह | Cinema Desk
भारतीय सिनेमा के इतिहास में कई बार ऐसे अवसर आए हैं, जब साहित्य और सिनेमा के लिए ऐसे सम्मेलन स्थल बने या बनाए गए, जिनमें इतना शक्तिशाली अन्योन्याश्रय संबंध दिखा कि दोनों क्षेत्रों की कृतियां संवर्धन के साथ एक दूसरे को स्थापित करने...
डॉ० कुमार विमलेन्दु सिंह | Cinema Desk
स्त्री को शक्ति की संज्ञा देकर, निश्चिंत हो चुके मानव समाज को बहुत सी आशाएं होती हैं उससे। हमारे देश में यह एक आश्चर्यजनक सत्य है कि शक्ति का स्वरूप मानी गई स्त्रियों पर ही सबसे अधिक शक्ति प्रयोग किया जाता रहा है और...
सिने प्रवाह | Navpravah.com
कुछ कहानियाँ सुकून देती हैं, गुदगुदाती हैं और क्षण भर में स्तब्ध कर देती हैं। बहुत कुछ ऐसा छोड़ जाती हैं, जो हमें लम्बे समय तक गुमसुम रहने पर मजबूर करती हैं। ‘चिंटू का बर्थडे’ एक ऐसी ही एक वेब फ़िल्म है, जो आप को बहुत...
अमित द्विवेदी | Cinema Desk
नवप्रवाह रेटिंग : ⭐⭐
कुछ वेब सीरीज़, जो मील का पत्थर साबित हुईं, उन्होंने वेब प्लेटफॉर्म्स का साहित्य ही बदल दिया। असली वाली फ़ीलिंग का ऐसा चस्का लगा कि संवाद में २५ प्रतिशत गाली ठेलना चलन में आ गया। इण्डस्ट्री में दो तरह के लोग हैं,...