अमित द्विवेदी | navpravah.com
कुछ लोग ऐसे होते हैं, जो आर्थिक तंगी की वजह से या किसी अन्य प्रतिकूलता के कारण पढ़ाई नहीं कर पाते। लेकिन जब कभी भी उनका समय अनुकूल होता है, तब ऐसे लोग आदर्श उदाहरण पेश करते हैं, जिससे आम जनमानस को प्रेरणा मिल सके। ऐसा ही एक मामला सामने आया है मलयाली फ़िल्म इंडस्ट्री से।
मलयाली फ़िल्मों के एक ऐसे कलाकार हैं, जिन्हें राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त है। इस सीनियर कलाकार ने लगभग चार सौ से अधिक फ़िल्में की हैं और अब इस कलाकार ने फ़ैसला किया है कि वे आगामी सत्र में १०वीं की परीक्षा में भाग लेंगे। शिक्षा के प्रति इस कलाकार की निष्ठा वर्तमान में बच्चों के लिए प्रेरणा बनेगी। आज समाज में ऐसे कई बच्चे हैं, जो समस्त संसाधन होने के बावजूद पढ़ाई पर ध्यान नहीं देते हैं।
आर्थिक तंगी की वजह से छूटी थी पढ़ाई-
राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता मलयाली अभिनेता इंद्रान्स ने अपने इस फैसले से सबको चौंका दिया है। ऐसे में चर्चा ये भी होती है कि इतना सब कुछ करने के बाद १०वीं की परीक्षा देने की ज़रूरत ही क्या है ? अभिनेता को चौथी कक्षा में आर्थिक तंगी के कारण स्कूल छोड़ना पड़ा था, जिसके चलते उनकी पढ़ाई पूरी नहीं हो सकी। इंद्रान्स अब अगले साल दसवीं कक्षा की परीक्षा में बैठने के लिए खुद को तैयार कर रहे हैं।
सीनियर मलयाली एक्टर इंद्रांस 400 से भी अधिक फ़िल्मों में अभिनय कर चुके हैं और 67 वर्ष के हैं। इतनी ऊँचाई प्राप्त करने के बाद भी उनके मन में पढ़ाई को लेकर ललक कम नहीं हुई। ग़रीबी के कारण इंद्रास को चौथी कक्षा की पढ़ाई के बाद अध्ययन का मौक़ा नहीं मिला। यह मलाल उनके मन में आज भी है। जिसकी वजह से उन्होंने फिर से पढ़ाई करने का मन बनाया है और उन्होंने दसवीं की परीक्षा में शामिल होने का फ़ैसला किया है।
कलाकारों के कपड़े सिलते-सिलते ख़ुद भी बन गए कलाकार-
इंद्रास 1981 में सिलाई की दुकान में काम करते हुए और प्रोडक्शन हाउस के लिए ड्रेस बनाते-बनाते सेल्युलाइड में आ गए और साल 1994 तक लोकप्रिय भी हो गए।
इसके बाद धीरे-धीरे वह इंडस्ट्री में एक लोकप्रिय हस्ती बन गए। इंद्रास का मानना है कि अनपढ़ होना अंधा होने के समान है और अब उन्होंने कहा कि वह दुनिया को “देखना” चाहते हैं, इसलिए उन्होंने पढ़ाई करने का फैसला किया है।