शिखा पाण्डेय,
रिलायंस जियो की अपार सफलता के चलते इंटरकनेक्शन की समस्या व बाक़ी कंपनियों के साथ उसका विवाद बढ़ता ही जा रहा है। रिलायंस जियो ने इस मुद्दे पर भारती एयरटेल पर फिर आरोप लगाया है कि भारती एयरटेल के चलते दोनों कंपनियों के नेटवर्क के बीच हर दिन दो करोड़ कॉल्स विफल हो रही हैं। अर्थात कॉल करने वाले को अक्सर नेटवर्क व्यस्त मिलता है या कॉल ही नहीं मिल पाती। हालांकि एयरटेल ने इस आरोप का खंडन किया है।
रिलायंस जियो शुरु से ही एयरटेल पर आरोप लगा रही है कि वह बाजार में अपनी मजबूत स्थिति को बरकरार रखने के लिए किसी प्रतिस्पर्धी को ऊपर आने नहीं देना चाहता और इसीलिए वह अपनी मज़बूती का दुरूपयोग करते हुए ‘गैर प्रतिस्पर्धी व्यवहार’ कर रही है।
रिलांयस जियो की ओर से आये एक बयान में कहा गया है, “ऐसा लग रहा है कि एयरटेल बाजार में अपनी मजबूत स्थिति का दुरुपयोग जारी रखे हुए है। इस तरह के गैर प्रतिस्पर्धी व्यवहार का नुकसान भारतीय ग्राहकों को होगा जो कि बेहतर व मुफ्त वॉइस सेवाओं का फायदा नहीं उठाया पा रहे।”
आपको बता दें कि एक दिन पहले ही एयरटेल ने कहा था कि वह रिलायंस जियो को और अधिक प्वाइंट आफ इंटरकनेक्शन (पीओआई) उपलब्ध कराने की दिशा में काम करेगी। रिलायंस जियो इन्फोकाम लिमिटेड ने भारती एयरटेल के इस बयान का स्वागत किया है, लेकिन उसका कहना है, “एयरटेल ने जितने पीओआई जारी करने का प्रस्ताव किया है वे बहुत कम हैं।”
जियो ने आरोप लगाया, “दोनों कंपनियों के नेटवर्क के बीच हर दिन दो करोड़ से अधिक कॉलें विफल हो रही हैं जो कि सेवाओं की गुणवत्ता के मानकों के लिहाज से चेतावनीपरक है। ” वहीं भारती एयरटेल ने इन आरोपों का खंडन करते हुए कहा है कि रिलांयस जियो एयरटेल द्वारा अतिरिक्त पीओआई जारी किए जाने व मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी आग्रह के बारे में गलत बयान जारी कर रही है।