कार्तिकेय दिवाकर | navpravah.com
नई दिल्ली | इस बजट में युवाओं के लिए बहुत बड़ी सौगात है। बजट में कौशल विकास को लेकर विशेष रूप से ध्यान दिया गया है। भारतीय युवाओं की सबसे बड़ी परेशानी यही थी कि वह अंततः साक्षर तो कहलाता था, पर कौशल की कमी रहती थी। जिस वजह से रोजगार के क्षेत्र में उसे अवसर नहीं मिलते थे। इस बजट में साफ-साफ बताया है कैसे उद्योग और विश्वविद्यालय एक साथ आएं और कौशल विकास को बढ़ावा देने के लिए अपने-अपने प्रयास करें।
सबसे अच्छी बात यह है कि देश की 500 टॉप कंपनियों युवाओं को इंटर्नशिप के अवसर प्रदान करेंगी और साथ ही वेतन भी कार्य अनुसार ज्यादा दिया जाएगा, जिससे युवाओं के रोजगार में बढ़ावा मिलेगा और बेरोजगारी का यह बोझ समाज में थोड़ा कम दिखाई देगा।
केंद्रीय बजट में निर्मला सीतारमण ने 2024-25 में हर साल 25,000 छात्रों की मदद के लिए मॉडल कौशल ऋण योजना में संशोधन का प्रस्ताव किया है। इसके तहत घरेलू संस्थानों में उच्च शिक्षा के लिए 10 लाख रुपये तक के लोन के लिए ई-वाउचर मिलेगा। हर साल 1 लाख छात्रों को सीधे ऋण राशि के 3% की वार्षिक ब्याज छूट मिलेगी। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, ‘मुझे 2 लाख करोड़ रुपये के केंद्रीय परिव्यय के साथ 5 वर्षों में 4.1 करोड़ युवाओं के लिए रोजगार, कौशल और अन्य अवसरों की सुविधा के लिए 5 योजनाओं और पहलों के प्रधानमंत्री पैकेज की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है।’
बकौल वित्त मंत्री, ‘इस वर्ष हमने शिक्षा, रोजगार और कौशल के लिए 1.48 लाख करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। वहीं बजट में महिलाओं और लड़कियों को लाभ पहुंचाने वाली योजनाओं के लिए 3 लाख करोड़ रुपये की राशि का प्रस्ताव दिया गया है।
यह पूर्णतया लेखक के निजी विचार हैं।
(कार्तिकेय दिवाकर, दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ के मीडिया अध्यक्ष हैं।)