एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
हिमाचल प्रदेश के शिमला का बहुचर्चित गुड़िया बलात्कार और हत्या का मामला अब राज्य सरकार के लिए गले की फांस बनता जा रहा है। सीबीआई द्वारा गिरफ्तार किए गए हिमाचल पुलिस के अधिकारियों और जवानों का अब नार्को टेस्ट होगा। डीडी न्यूज़ में प्रकाशित ख़बर के मुताबिक, ‘सीबीआई हिमाचल पुलिस के अधिकारियों और जवानों को पूछताछ के लिए चंडीगढ़ ले जा रही है और फिर नार्को टेस्ट के लिए दिल्ली ले जाया जाएगा। गौरतलब है कि सीबीआई ने मंगलवार को इस मामले में आईजी जहूर हैदर जैदी समेत 8 पुलिसकर्मियों को असली आरोपियों को बचाने के आरोप में गिरफ्तार किया था।सीबीआई इनसे गुड़िया मामले में कड़ी पूछताछ करेगी और यह पता लगाने की कोशिश करेगी कि उन्होंने जांच में क्या पाया था।’
शिमला में गैंगरेप की घटना के बाद पूरा देश स्तब्ध रह गया था। मामला सीबीआई के पाले में पहुँचा तो कार्रवाई करते हुए सीबीआई ने पुलिस विभाग के आईजी समेत 8 अन्य पुलिस कर्मियों को गिरफ़्तार कर लिया है। पुलिस पर रेप के मुख्य आरोपियों की जगह अन्य लोगों को अरेस्ट करने का आरोप लगाया गया है। साथ ही इस केस के प्रति ढुलमुल रवैया अख्तियार करने का आरोप भी है।
दरअसल गत 4 अगस्त को शिमला के कोटखाई क्षेत्र में दसवीं क्लास की बालिका अचानक गायब हो गई। दो दिन बाद बालिका का शव जंगल से मिला। जांच में ये पता चला कि उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया गया और बाद में गाला दबाकर उसकी हत्या कर दी गई। घटना के बाद स्थानीय लोगों ने जमकर हंगामा किया था।
सीबीआई ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि उन्होंने कुछ रसूखदार प्रभावशाली लोगों को बचाने के लिए सेव बाग से कुछ अन्य लोगों को गिरफ़्तार कर लिया था। मुख्य आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार नहीं किया।पुलिस ने जिन चार अन्य लोगों को गिरफ्त में लिया था उसमें से एक कि मौत तो थाने में ही हो गई। मामला इतना गंभीर था कि हाईकोर्ट ने केस सीबीआई को सौंप दिया। सीबीआई केस की सघन छानबीन कर रही है जिसके तहत ये गिरफ्तारियां की गई हैं।