शिखा पाण्डेय,
नोट बंदी पर तमाम परेशानियों का सामना कर रही और वित्तीय भाग दौड़ कर रही आम जनता को भारतीय रिजर्व बैंक ने विश्वास दिलाया है कि बैंकों के पास पर्याप्त नकद है और लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है। इसके साथ ही रिजर्व बैंक ने लोगों से कहा है कि वे बैंकों व एटीएम से बार-बार नकद न निकालें, इसकी कोई जरूरत नहीं है। इसके अतिरिक्त केंद्र सरकार ने लोगों को हो रही समस्या को ध्यान में रखते हुए नोट बदलने और कैश निकालने की सीमा में बढ़ोतरी कर दी है।
आज लिए गए फैसले में वित्त मंत्रालय ने नोट बदलने की सीमा को 4000 से बढ़ाकर 4500 रुपए प्रतिदिन कर दी है। वहीं अब सप्ताह में 20000 की जगह आप 24000 रुपए निकाल पाएंगे। वहीं एटीएम से पैसे निकालने की सीमा 2000 रुपए से बढ़ाकर 2500 रुपए प्रतिदिन कर दी गई है।
वित्तमंत्रालय ने कहा कि ऐसी खबरें आ रही हैं कि कुछ बिजनेस हाउस ( जैसे अस्पताल) ग्राहकों से चेक, डीडी या ऑनलाइन के जरिए पैसे नहीं ले रहे हैं। ग्राहकों को सलाह दी जाती है कि अगर ऐसी कोई दिक्कत है तो इसकी तुरंत शिकायत डीएम या जिला प्रशासन से करें।
बैंकों से सीनियर सिटीजन और दिव्यांग लोगों के लिए अलग से लाइन लगाने की सलाह दी गई है। इसके साथ ही नोटों के बदलने, कैश निकालने और जमा कराने की अलग-अलग लाइन बनाने के लिए कहा गया है। साथ ही बैंकों से कहा गया है कि मरीजों के लिए आपातकाल के लिए बड़ी अस्पतालों के बाहर मोबाइल बैंकिंग की सुविधा शुरू की जाए।
आपको बता दें कि वित्त मंत्रालय ने बैंकों द्वारा नए नोटों को बांटने और उनकी उपलब्धता पर रविवार को समीक्षा की, जिसके अनुसार पहले चार दिनों (10 नवंबर से 13 नवंबर शाम पांच बजे तक) में 3.0 लाख करोड़ रुपए के पुराने नोट बैंकों में जमा कराए गए हैं। करीब 50 हजार करोड़ रुपए ग्राहकों को एटीएम, अकाउंट्स या पुराने नोट बदलकर दिए गए हैं। वित्त मंत्रालय ने बैंकों से छोटी कीमत के नोट बांटने और उपलब्ध कराने के लिए कहा है। राज्य के मुख्य सचिवों को उन ग्रामीण इलाकों की पहचान करने के लिए कहा गया है, जहां पर कैश नहीं होने की दिक्कत हो रही है।