अमित द्विवेदी,
पठानकोट आतंकी हमले को लेकर अब अमेरिका भी सख्त होता नज़र आ रहा है। आतंकी खतरे के खिलाफ भारत के साथ खड़े होने की बात कहते हुए अमेरिका ने पकिस्तान को चेताया कि पठानकोट हमले को अंजाम देने वालों को पाकिस्तान सज़ा दे। अमेरिका ने भरोसा दिलाया कि वह जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और दाउद कंपनी जैसे पाकिस्तान स्थित संगठनों से आतंकी खतरे के खिलाफ सदैव भारत के साथ खड़ा रहेगा।
व्हाइट हाउस ने बराक ओबामा और नरेंद्र मोदी की मुलाक़ात के बाद एक संयुक्त बयान जारी किया, जिसमें स्पष्ट है कि दोनों नेताओं ने 2008 के मुंबई आतंकी हमले और 2016 के पठानकोट आतंकवादी हमलों के साजिशकर्ताओं को न्याय के कठघरे में लाने का पाकिस्तान से आह्वान किया। दोनों नेताओं ने न सिर्फ भारत में हुए आतंकीहमले को लेकर बात की बल्कि विश्व के अन्य इलाकों में भी हुए आतंकी हमले को अभिशाप बताया और लगातार हो रहे आतंकी हमले की निंदा की।
अमेरिका ने 2008 के मुंबई आतंकी हमले और 2016 के पठानकोट आतंकवादी हमलों के साजिशकर्ताओं को न्याय के कठघरे में लाने का पाकिस्तान से आह्वान किया। हालाँकि व्हाइट हाउस से आए इस बयान को लेकर पाकिस्तान की सरकार की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। लेकिन राजनीतिक विश्लेषक यह मान रहे हैं कि अमेरिका के इस बयान से पाकिस्तान पर दबाव काफी पड़ेगा।