ब्यूरो | navpravah.com
नई दिल्ली | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को चीन के तियानजिन शहर में आयोजित शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन के दौरान चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की। दोनों नेताओं ने आतंकवाद, सीमा विवाद और व्यापार सहित कई अहम वैश्विक मुद्दों पर बातचीत की।
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने बातचीत के दौरान सीमा पार आतंकवाद का मुद्दा उठाया और चीन से इस पर समर्थन मांगा। मोदी ने कहा कि भारत और चीन दोनों आतंकवाद के शिकार रहे हैं और सीमा पर शांति एवं सौहार्द संबंधों के समग्र विकास के लिए “बीमा” की तरह है।
वार्ता के दौरान शी जिनपिंग ने द्विपक्षीय संबंधों को बेहतर बनाने के लिए चार सुझाव दिए और कहा कि मतभेदों को विवाद में नहीं बदलना चाहिए। इस पर आम सहमति बनी कि स्थिर और सौहार्दपूर्ण संबंध दोनों देशों के 2.8 अरब लोगों के लिए लाभकारी होंगे।
विदेश मंत्रालय के अनुसार, दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों के दीर्घकालिक विकास पर अपने-अपने दृष्टिकोण साझा किए। साथ ही, वैश्विक चुनौतियों, अंतरराष्ट्रीय आर्थिक स्थिति और टैरिफ मुद्दों पर भी चर्चा हुई। दोनों नेताओं ने इस बात पर जोर दिया कि बदलते अंतरराष्ट्रीय हालात में भारत और चीन के बीच बेहतर समझ और सहयोग की जरूरत है।