अनुज हनुमत,
एक बार फिर अमेरिका ने आतंकी संगठनों पर कड़ी टिप्पणी करते हुए ये स्पस्ट सन्देश दिया है कि वह इन संगठनों के खिलाफ हर जरुरी व कड़े कदम उठाएगा। व्हाइट हाउस ने कहा है कि आईएसआईएस जैसे आतंकी समूह अपने उस ‘हत्यारे, फर्जी एजेंडे’ को सही ठहराने के मकसद से इस्लाम को ‘‘विकृत’’ कर रहे हैं, जिसके तहत वे खुद को अमेरिका से लड़ने वाले ‘मुजाहिदीन’ के तौर पर पेश करने के लिए धर्म की आड़ लेते हैं।
एक प्रेस वार्ता के दौरान व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जोश एर्नेस्ट ने कहा, ‘‘सच्चाई यह है कि ये संगठन अपने हत्यारे, विनाशकारी एजेंडे को सही ठहराने के लिए इस्लाम धर्म को विकृत कर रहे हैं। राष्ट्रपति ओबामा ने भी यह बात कई मौकों पर कही है। वह इसको लेकर खुलकर बोलते रहे हैं जो ये संगठन करने का प्रयास कर रहे हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘वे खुद को मुजाहिदीन या धार्मिक नेता बताने, अमेरिका के साथ लड़ने के लिए इस्लाम की आड़ लेने का प्रयास कर रहे हैं।’’
पत्रकारों के एक सवाल के जवाब में एर्नेस्ट ने कहा, ‘‘ये लोग गलत हैं। ये उनका फर्जी एजेंडा है। यह मिथक है। यह सच्चाई नहीं है। यह प्रशासन और इससे पहले का प्रशासन इस मिथ को खत्म करने और यह स्पष्ट करने के लिए काफी आगे तक गया कि ये संगठन इस्लाम का विकृत रूप पेश करते हैं।’’ उनका यह बयान ओरलैंडो के एक गे क्लब में गोलीबारी की घटना के बाद आया है। अफगान मूल के युवक उमर मतीन ने गोलीबारी की जिसमें करीब 50 लोग मारे गए। उन्होने कहा कि आईएसआईएस को खत्म करने में हमारी सफलता के लिए मुस्लिम जगत में अमेरिका के साझेदार महत्वपूर्ण हैं और कार्यवाही चल भी रही है।
व्हाइट हाउस के प्रवक्ता ने कहा कि बहुत सारे अमेरिकी मुसलमान हैं, जो आतंकवाद के खतरे से देश की रक्षा के लिए सशस्त्र बलों और खुफिया क्षेत्र में सेवा दे रहे हैं। इसलिए हम इन आतंकी संगठनों को उनके मंसूबो में कामयाब नही होने देंगे ।