नारायण सिंह,
तमाम सख्ती और मुख्यमंत्री की नाराजगी के बाद भी रोडवेज बसें बेटिकट दौड़ रही हैं। तीन दिन पहले काशीपुर डिपो की पूरी बस बेटिकट पकड़ी गई थी, तो अब दिल्ली से कोटद्वार जा रही बस में आधी से ज्यादा सवारी बेटिकट मिलीं। बस में 41 सवारी थी, लेकिन परिचालक ने टिकट 14 को ही दिया हुआ था। यही नहीं, चेकिंग टीम को देख परिचालक टिकट मशीन लेकर भाग गया। स्थानीय लोगों ने बाइक से पीछा कर उसे दबोचा। रोडवेज मुख्यालय ने चालक-परिचालक को बर्खास्त कर उनके विरुद्ध मुकदमे के आदेश दिए हैं।
रोडवेज मुख्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक कोटद्वार डिपो की साधारण बस (यूके07-पीए-0914) सोमवार रात करीब 11 बजे दिल्ली से कोटद्वार के लिए चली। बस में 41 सवारियां थीं। कई दिन से मुख्यालय को इस बस के बेटिकट दौड़ने की शिकायत मिल रही थी। लिहाजा, इसे चेक करने के लिए देहरादून से निरीक्षक राज सिंह राठी और रविंद्र सिंह की टीम भेजी गई।
टिकट मशीन ही लेकर भागा कंडक्टर-
टीम ने मोदीनगर में बस को रुकने का इशारा किया, लेकिन चालक ने बस नहीं रोकी। राठी ने चालक को चेतावनी दी, तो उसने कुछ दूर जाकर बस रोक ली। टीम वहां पहुंची, मगर चालक-परिचालक ने दरवाजा नहीं खोला। बस का आगे का शीशा टूटा हुआ था। टीम ने किसी तरह बस का दरवाजा खुलवाया, लेकिन परिचालक ने टिकट मशीन और बैग छुपा दिया। इसके बाद परिचालक बैग और टिकट मशीन समेत टूटे हुए शीशे से कूदकर फरार हो गया। टीम ने शोर मचाया तो वहां से गुजर रहे स्थानीय बाइक सवारों ने बदमाश समझकर परिचालक का पीछा किया और उसे दबोच लिया। हंगामा होने पर मोदीनगर पुलिस भी वहां पहुंच गई।
परिचालक को थाने ले जाकर पुलिस की मदद से बैग व मशीन कब्जे में ली गई। बस में 27 सवारी बगैर टिकट मिलीं। परिचालक ने सभी को हाथ से बने फर्जी टिकट देकर किराया ले रखा था। टीम ने निगम मुख्यालय को रिपोर्ट दी। जिस पर प्रबंध निदेशक बृजेश कुमार संत ने आरोपी परिचालक आसिफ हुसैन व चालक मोहम्मद इमरान खान को बर्खास्त करने के आदेश दिए। दोनों आउट-सोर्सिग से नियुक्त हुए थे।