अनुज हनुमत,
सीरिया से सटे देश तुर्की में सेना के एक गुट ने तख्तापल़ट की कोशिश की लेकिन तुर्की की पुलिस ने कोशिश नाकाम करते हुए बागियों को गिरफ्तार कर लिया है। स्थानीय मीडिया के अनुसार सरकार ने राजधानी अंकारा में रात भर हुए विस्फोटों, हवाई संघर्ष एवं गोलीबारी के बाद सैन्य तख्तापलट की कोशिश को नाकाम कर दिया है, लेकिन अभी ये स्पष्ट नही हो पाया है कि तख्ता पलट की कोशिश क्यों और किसके इशारे पर की गई।
सरकारी मीडिया के अनुसार, तख्तापलट की कोशिश में अभी तक कम से कम 17 लोग मारे गए हैं, जबकि ‘एएफपी’ ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि एनटीवी ने गोलबासी जिले में मुख्य अभियोजक के कार्यालय के हवाले से कहा है कि अंकारा में 60 लोगों की मौत हुई है, जिनमें से 17 पुलिस कर्मी हैं। तुर्की देश में इंटरनेट की सभी सुविधाएं बन्द कर दी गई हैं और पूरे देश में कर्फ्यू लगा हुआ है। अभी की खबर के अनुसार, तख्तापलट की कोशिश करने वालों को राष्ट्रपति ने देशद्रोही करार दिया है और कहा है कि विद्रोहियों पर बड़ी कार्यवाही की जायेगी।
इस पूरे प्रकरण के बीच तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एरदोगन ने ‘फेसटाइम’ के जरिए देश को संबोधित करते हुए कहा कि वह अभी भी राष्ट्रपति पद पर बने हुए हैं और उन्होंने विपक्षी बलों को ध्वस्त करने की प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने वीडियो संदेश में कहा, “मैं देश की जनता से सड़कों पर उतरने का आह्वान कर रहा हूं आओ, इन्हें सबक सीखाएं। मुझे नहीं लगता कि तख्तापलट की यह कोशिश सफल होगी। इतिहास में तख्तापलट की कोई भी साजिश सफल नहीं हुई।” इधर प्रधानमंत्री बिनाली यिलदिरीम ने शुक्रवार रात को देश को संबोधित करते हुए कहा, “यह लोकतंत्र पर हमला है. हम इसे सहन नहीं करेंगे. लोकतंत्र पर किसी तरह का कोई समझौता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, दोषियों को इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।”
तुर्की में रह रहे सभी भारतीय सुरक्षित है और भारतीय विदेश मंत्रालय ने एक हेल्पलाइन नम्बर भी जारी किया है। विदेश मंत्रालय ने सभी भारतीयों से अपील की है कि ऐसे समय में आप तुर्की की यात्रा न करें। पूरे देश में सभी उड़ानों पर रोक लगा दी गई है और एयरपोर्ट भी बन्द कर दिए गए हैं। न्यूज एजेंसी AFP के अनुसार अब तक तख्तापलट के आरोप में 338 लोगों गिरफ्तार किया गया है। एक रिपोर्ट के अनुसार तुर्की सेना प्रमुख को अंकारा में बंधक बनाया गया है।