शिखा पाण्डेय | Navpravah.com
जहां भारत में दागी से दागी व्यक्ति भी चुनाव लड़ सकता है, जीत भी सकता है, तमाम मुक़दमे चलते रहने के बावजूद मंत्री मिनिस्टर बना रह सकता है, वहीं भारत से कई गुना छोटे साउथ कोरिया जैसे देश ने दुनिया के सामने एक अद्भुत मिसाल पेश की है। सैमसंग मामले में भ्रष्टाचार का आरोप लगने के कारण साउथ कोरिया की संसदीय कोर्ट ने वहां की राष्ट्रपति पार्क गेन हुई को उनके पद से हटा दिया है। यह साउथ कोरिया के इतिहास में पहली बार हुआ है।
साउथ कोरिया की पहली महिला राष्ट्रपति पार्क गेन हुई की शक्तियां दिसंबर में ही सस्पेंड कर दी गई थी। तब उनके खिलाफ विधायी महाभियोग वोट की वजह से ऐसा किया गया था। वहीं भ्रष्टाचार के इस मामले में सैंमसंग के वाइस प्रेसिडेंट और उत्तराधिकारी ‘ली जे योंग’ को पहले ही पद से हटाया जा चुका है। योंग पर पार्क और उनके खास लोगों को रिश्वत देने का आरोप लगा था। आरोप है कि सैमसंग इलेक्ट्रानिक्स के उपाध्यक्ष ली (48) ने राष्ट्रपति की एक गुप्त सहयोगी को चार करोड़ अमेरिकी डालर की रिश्वत दी ताकि सरकार की नीतियों को उनके अनुकूल बनाया जा सके।
उल्लेखनीय है कि पार्क गेन हुई शीत युद्ध के वक्त के तानाशाह पार्क चुंग-ली की बेटी हैं। पार्क पहले भी चर्चा में रह चुकी हैं। नोर्थ कोरिया की न्यूक्लियर शक्ति को हद में करने के लिए उन्होंने अमेरिका का साथ दिया था।