एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
खुद को आतंक की पनाहगाह बना बैठे पाकिस्तान के खिलाफ अब उसके खुद के घर मे आवाज उठनी शुरू हो चुकी है। बुधवार को पाक विदेश मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा है कि लश्कर ए तैयबा और जैश ए मोहम्मद जैसे आतंकी संगठनों पर अगर लगाम पाकिस्तान ने नहीं लगाई तो दुनिया भर में ऐसे ही शर्मिंदा होते रहेंगे।
एक न्यूज चैनल से बातचीत में उन्होंने कहा कि हमें अपने मित्रों से कहने की आवश्यकता है कि हमने अपना घर सुधार लिया है। डीडी न्यूज़ में प्रकाशित एक खबर के अनुसार, आसिफ ने कहा कि, “हमें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शर्मिंदगी का सामना करने से बचने के लिये अपने यहां चीजों में सुधार करने की जरूरत है।
गौरतलब है कि ब्रिक्स देशों की बैठक में आतंकवाद पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कूटनीति ने असर दिखाया और पाकिस्तान दुनिया के सामने बेनकाब तो हुआ ही साथ ही उस पर अंतरराष्ट्रीय दबाव भी बढता जा रहा है। शायद इसी दबाव का नतीजा है कि पाकिस्तान ने कुबूल किया है कि उसकी जमीन से लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठन संचालित हो रहे हैं।
ख्वाजा आसिफ का ये बयान ब्रिक्स घोषणापत्र के दो दिन बाद आया है जिसमें पहली बार पाकिस्तान से संचालित हो रहे आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधित संगठनों का नाम लिया गया था। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी हक्कानी नेटवर्क जैसे आतंकवादी समूहों को ‘पनाह’ देने के लिए पाकिस्तान को सार्वजनिक तौर पर कड़ी फटकार लगाई थी। जाहिर तौर पर भारत की कूटनीति अपना असर दिखाने में कामयाब साबित हो रही है।