शिखा पाण्डेय । Navpravah.com
वैश्विक स्तर पर यदि भारत की शिक्षा व्यवस्था की तुलना अन्य कई विकसित या विकासशील देशों से की जाए, तो भारत अभी बहुत पीछे खड़ा मिलता है। इस वर्ष ‘टाइम्स हायर एजुकेशन सर्वे वर्ल्ड रैकिंग’ के टॉप 100 संस्थानों की सूची में भारत के किसी आईआईटी संस्थान को शामिल नहीं किया गया है।
दुनिया की टॉप रैंकिंग में स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी (यूएस), कैलीफोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी और यूनिवर्सिटी ऑफ ऑक्सफॉर्ड (यूके) का नाम सबसे ऊपर है। वैसे तो टॉप 500 संस्थानों की सूची में 132 शैक्षणिक संस्थान एशिया के हैं। टॉप 10 संस्थानों में भी एशिया के संस्थान शामिल हैं। 27 संस्थान अमेरिका, कनाडा आदि देशों से हैं।
वर्ष 2018 के सर्वे में इंजीनियरिंग की कैटेगरी में भारतीय संस्थान आईआईएससी, बेंगलुरु को 89वां स्थान मिला है, जबकि आईआईटी कानपुर, आईआईटी दिल्ली और आईआईटी खड़गपुर को 201-250 के बैंड में रखा गया है, हालांकि वर्ल्ड रैकिंग में 201वां स्थान पानेवाले आईआईटी कानपुर ने विश्व के संस्थानों में लगातार अपनी रफ्तार बनाये रखी है।
उल्लेखनीय है कि ‘टाइम्स हायर एजुकेशन सर्वे वर्ल्ड रैकिंग’ हमेशा टॉप 100 संस्थानों की सूची जारी करता रहा है, लेकिन पहली बार उसने टॉप 500 संस्थानों की सूची जारी की है। यह रैंकिंग कई आकलनों का आधार पर जारी की गयी है। इसमें संस्थान का एकेडमिक रेप्युटेशन, एम्प्लॉयर रेप्युटेशन, फैकल्टी, स्टाफ, पेपर आदि चीजों को आधार माना गया है।