अब्दुल फ़हद,
नेपाल में भारी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन के कारण हुई तबाही में मारने वालों की संख्या लगभग 64 हो गई है और कई अन्य लापता हैं, जबकि हजारों की संख्या में लोगों के विस्थापन की खबर है।
देश के विभिन्न भागों में कई मकान और पुल बह गए हैं। बारिश के कारण नदियां उफान पर हैं और जलस्तर खतरे के निशान से उपर बहने के कारण भीषण बाढ़ की आशंका है। स्थानीय लोगों में बाढ़ की तबाही को लेकर काफी डर है। पुलिस ने कहा है कि पिछले दो दिनों में देश के विभिन्न हिस्सों में कम-से-कम 54 लोगों की मौत हुई है।
हजारों की संख्या में लोग विस्थापित हुए हैं और सैकड़ों मकानों में पानी भर गया है। आवासीय क्षेत्रों में बाढ़ का पानी भर गया है। पुलिस ने बताया कि पीड़ितों में बड़ी संख्या में भूकंप से प्रभावित लोग हैं। ये लोग भूकंप में क्षतिग्रस्त हुए मकानों की मरम्मत कर उनमें रह रहे थे। देश के 14 जिले इस प्राकृतिक आपदा से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं और प्यूथान में हालात सबसे खराब हैं। वहां कम से कम 26 लोगों की मौत हुई है।
पिछली बार आए भूकंप में क्षतिग्रस्त हुए लोग जो मकानों की मरम्मत करके रहते थे, इस बार की आपदा में ऐसे लोगों की जान ज़्यादा गई है। पिछले साल आए विनाशकारी भूकंप के बाद अब भी हजारों की संख्या में लोग तंबुओं में रह रहे हैं। उस भूंकप में करीब 9,000 लोगों की मौत हुई थी।