अमित द्विवेदी,
हमेशा कश्मीर का राग अलापने वाले पाकिस्तान की कलई एक बार फिर खुल गई। दरअसल कारगिल दिवस पर भारतीय सेना के जवानों के साथ हुई मुठभेड़ में ज़िंदा पकड़ा गया आतंकवादी बहादुर अली ने यह बात स्वीकार ली है कि वह पाकिस्तानी है और लश्कर ने उन सभी को भारत में दहशत फैलाने के लिए भेजा था।
आतंकी बहादुर अली और भी कई खुलासे किए। कई जांच एजेंसियां अली से सच उगलवाने में लगी हैं। अली से इस समय एनआईए पूछताछ में लगी है। उसने बताया कि वह पाकिस्तान का है और आतंक फैलाने का प्रशिक्षण भी उसे पाकिस्तान में ही मिला है।
गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा में घुसपैठ के दौरान भारतीय सेना के जवानों ने 4 आतंकवादियों को ढेर कर दिया था और एक आतंकी बहादुर अली ज़िंदा पकड़ा गया था। जांच एजेंसी एनआईए ने आतंकी का कबूलनामा मोबाइल में रिकॉर्ड किया है।
कारगिल विजय दिवस के मौके पर ये पाँचों आतंकी भारत में प्रवेश करने की फ़िराक में थे कि जवानों ने इनके छक्के छुड़ा दिए। ज़िंदा आतंकी बहादुर अली लाहौर का रहने वाला है। ये सभी आतंकी लश्कर-ए-तैयबा के सदस्य थे। फिलहाल जांच एजेंसियां इनके नापाक इरादों को जानने के लिए पूछताछ कर रही हैं।