अमित द्विवेदी
अमेरिकी सांसदों ने पाकिस्तान द्वारा हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी के समर्थन को दुःखद बताया। सांसदों ने कहा कि पाकिस्तान द्वारा भारत सरकार की कार्यवाही की निंदा किए जाने का सीधा मतलब यह है कि पाकिस्तान आतंकियों के समर्थन में है।
फाउंडेशन फॉर डिफेंस ऑफ डिमोक्रेसीज के जर्नल के संपादक बिल रोजियो ने कहा कि भारतीयों ने पिछले सप्ताह एक कश्मीरी आतंकवादी को मारा। वह आतंकी खूंखार आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन का सदस्य था। बिल ने यह प्रश्न किया कि पाकिस्तान ने क्या इस आतंकवादी के मारे जाने की घटना का स्वागत किया? नहीं।
कांग्रेस की सुनवाई के दौरान बिल ने मंगलवार को कहा कि पाकिस्तान ने इसकी निंदा की और उसे कश्मीरी अलगाववादी बताया। पाकिस्तान को यह सोचना चाहिए कि वे जिसका समर्थन कर रहे हैं, वह युद्ध के किए ऑनलाइन आतंकियों की भर्ती करता था और युवाओं में समाज के प्रति ज़हर घोलता था।
एक सवाल के जवाब में बिल ने कहा कि यह मामला मात्र भारत का नहीं बल्कि समूचे विश्व का है। लश्कर-ए-तोएबा, हरकत उल मुजाहिदीन, जिनके बारे में विदेश मंत्रालय ने वर्ष 2014 में कहा था कि वे अफगानिस्तान में प्रशिक्षण शिविर चला रहे हैं। ये समूह अमेरिकी जवानों पर हमला कर रहे हैं और उनकी हत्या कर रहे है।