शिखा पाण्डेय | Navpravah.com
एक अमेरिकन रिपोर्ट ने हिंदुत्व राष्ट्रवादियों के कारण अल्पसंख्यकों में तनाव बढ़ने व नरेंद्र मोदी सरकार पर हिंदुत्व राष्ट्रवादियों का पक्षधर होने का आरोप लगाया है। अमेरिका की इस रिपोर्ट में बताया गया है कि अगले पांच साल में भारत की इकॉनमी तेजी से बढ़ेगी, लेकिन इसके साथ ही कहा गया है कि पूरा विश्व देख रहा है कि नरेंद्र मोदी सरकार हिंदुत्व राष्ट्रवादियों से कैसे निपटेगी। यब बात यूएस नेशनल इंटेलिजेंस काउंसिल द्वारा तैयार की गई ‘द ग्लोबल रिपोर्ट’ में कही गई है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि भाजपा के हिंदुत्व एजेंडे को भारत की नीतिओं में घुसाया जा रहा है, जिससे भारत में अंदरूनी तनाव बढ़ रहा है। रिपोर्ट में कहा गया है, “भारत का सबसे बड़ा राजनीतिक दल भारतीय जनता पार्टी, सरकार की नीतिओं में हिंदुत्व को घुसेड़ रहा है, जिसकी वजह से मुस्लिम अल्पसंख्यकों से उनका तनाव बढ़ रहा है। इसके साथ ही मुस्लिम बहुल पड़ोसी देशों पाकिस्तान और बांग्लादेश के साथ भी तनाव बढ़ रहा है।”
रिपोर्ट में कहा गया है जब चीन की इकॉनोमी की गति धीमी रहेगी, तभी भारत की इकॉनमी बढ़ेगी। लेकिन इसमें गैर-बराबरी और धार्मिक तनाव जैसे अंदरूनी मामले विस्तार में दिक्कतें पैदा कर सकते हैं। साथ ही रिपोर्ट में कहा गया है कि आने वाले वर्षों में आतंकवाद की समस्या और ज्यादा बढ़ेगी। रिपोर्ट में भारत में ‘हिंसक हिंदुत्व’ और इसके साथ ही ‘उग्र ईसाई और इस्लाम’ का जिक्र भी किया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि मध्य अफ्रीका में उग्र ईसाई और इस्लाम, बर्मा में उग्र बुद्ध और भारत में हिंसक हिंदुत्व आतंक में ईंधन का काम करेगा।”
रिपोर्ट में कहा गया है कि तकनीक की वजह से आपस में जुड़ी दुनिया में विचार और पहचान को लेकर मतभेद बढ़ेंगे, लेकिन इससे पहचान की राजनीतिक को बढ़ावा मिलेगा। रिपोर्ट में कहा गया है, “भारत हिंदू राष्ट्रवादियों से कैसे निपटेगा और इजरायल धार्मिक कट्टरपंथियों के साथ कैसे संतुलन बनाएगा, यह भविष्य निश्चित करेगा।”
आपको बता दें कि यह रिपोर्ट नए शासन के लिए हर चार साल में तैयार की जाती है। इस रिपोर्ट में अगले 20 सालों में दुनिया पर असर डालने वाले अहम ट्रेंड्स की पहचान की जाती है।