सौम्या केसरवानी। Navpravah.com
नोएडा के डबल मर्डर केस में रोचक मोड़ सामने आ रहा है, इस केस में ब्लू-वेल गेम का ऐंगल बताया जा रहा है। परिवार वालों के अनुसार, मुख्य संदिग्ध ब्लू वेल खेलता था और उन्हें डर है कि वह उस वजह से भी सुसाइड कर सकता है।
मंगलवार को गौड़ सिटी-2 के 11वें ऐवेन्यू में मां-बेटी की हत्या का मामला सामने आया था, इसमें संदिग्ध मृतक महिला का लापता बेटा है, पुलिस को शक है कि लापता बेटे ने नियोजित ढंग से मां और बहन की हत्या की और उसके बाद वह रात को ही वहां से चला गया। लड़के के बाबा का कहना है, कि अगर लापता बेटे ने हत्याओं को अन्जाम दिया है तो ब्लू व्हेल गेम बनाने वाले दोषी हैं और उन्हें सजा मिलनी चाहिए, क्योंकि मोबाइल पर ब्लू वेल गेम खेलने की वजह से उसके पिता ने उसका मोबाइल छीना था।
उस लड़के का फेसबुक पर तीन अकाउंट हैं, पुलिस का कहना है कि बेटा चोरी-छुपे मोबाइल का यूज करता था। उसकी बहन मणि ने यह बात पिता को बता दी थी, इस पर पिता ने बेटा को डांटा था और मोबाइल छीन लिया था। लिहाजा पुलिस मान रही है कि इसी वजह से वह बहन से भी नफरत करता होगा, हत्या में जहरीली बिरयानी के ऐंगल से भी जांच हो रही है। मौके से पुलिस को बिरयानी और सेवई मिली हैं। माना जा रहा है कि मां-बेटी को पहले जहरीली बिरयानी खिलाई गई और उसके बाद उनके चेहरे पर क्रिकेट बैट और कैंची से हमला किया गया है।
सूत्रों के अनुसार पुलिस को बेटे के बारे में सुराग लग चुका है, हो सकता है कि शुक्रवार को इसके बारे में खुलासा किया जाए। अंजलि और उनकी बेटी की मौत से सोसायटी में हर कोई हैरान है, क्राइम सीन पर सबसे पहले पहुंचे पुलिसकर्मियों की मानें तो बाहरी व्यक्ति इस वारदात को अंजाम दे ही नहीं सकता है। पुलिस मान रही है कि अगर यह वारदात लुटेरों ने की होती तो वे जूलरी को भी ले जाते, बहन अगर होश में होती तो कातिल का मुकाबला करती, क्योंकि 12 साल की मणि कराटे में चैंपियन थी। इसलिए माना जा रहा है कि उस पर सोते समय या बेहोशी की हालत में हमला किया गया था।