सौम्या केसरवानी। Navpravah.com
यूपी के बलिया में 8 अगस्त को रागिनी की हत्या कर दी गयी थी, हत्या बीजेपी नेता सह ग्राम प्रधान के लड़के ने की थी, मृतका रागिनी महज 17 साल की थी और 12वीं में पढ़ती थी। स्कूल आते-जाते समय गांव प्रधान के लड़के उस पर कमेंट पास करते थे, वह इन सब बातों से तंग आकर उसने मई के बाद स्कूल जाना ही बंद कर दिया था। सिस्टम से नाराज रागिनी के पिता जीतेंद्र दुबे ने योगी सरकार से न्याय की मांग करते हुए कहा, “अगर सरकार लड़कियों की सुरक्षा नहीं दे सकती, तो भ्रूण हत्या करने की इजाजत दे”। पिता ने कहा आरोपियों को फांसी की सजा मिलनी चाहिए और अगर फाँसी की सजा नही मिली तो वे आंदोलन करेंगे।
जिस पिता को करना था डोली में विदा ,वो आज कर रहे हैं बेटी का अंतिम संस्कार:
रागिनी इसी साल मई में 11वीं पास कर इंटर में आई थी, स्कूल आते-जाते गांव प्रधान के लड़के उस पर कमेंट पास करते थे, उसे देखकर सीटी बजाते तो कभी गाने गाते थे, इन सब बातों से तंग आकर उसने मई के बाद स्कूल जाना ही बंद कर दिया था,
रागिनी 8 अगस्त को सुबह 8 बजे स्कूल जाने के लिए अपनी छोटी बहन के साथ निकली। रास्ते में बाइक से आए प्रधान के लड़के ने उसका रास्ता रोका और उसे धक्का मारकर नीचे गिरा दिया, फिर उसने जेब में रखा चाकू निकाला और रागिनी का गला रेत दिया, फिर उसकी बॉडी को चाकू से गोद कर अपने साथियों संग फरार हो गया। रागिनी की मां ने बताया, “प्रधान का लड़का सोमवार को हमारे घर आया था, वो धमकी दे रहा था कि अगर रागिनी स्कूल गई तो वह उसकी जिंदगी का आखिरी दिन होगा। मेरी बेटी लगभग 3 महीने बाद मंगलवार को स्कूल एग्जाम की जानकारी लेने जा रही थी, अपनी धमकी के मुताबिक प्रधान के लड़के ने मेरी बेटी की हत्या कर दी।
रागिनी की सरेराह हत्या करने वाले दो युवकों को पुलिस ने बुधवार को जेल भेज दिया, मुख्य आरोपी अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर हैं, उनकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है।
रागिनी के पिता ने कहा, पुलिस ने भले ही दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन अभी भी बाकी के तीन आरोपी फरार हैं, पुलिस हाथ पर हाथ रखे बैठी है, लेकिन हमें हर हाल में इंसाफ चाहिए।