पीयूष चिलवाल । Navpravah.com
यूपी के बलिया जिले में छेड़छाड़ का विरोध कर रही 12वीं की छात्रा की हत्या कर दी गयी। छात्रा साइकल से स्कूल जा रही थी। छात्रा का नाम रागिनी है, छात्रा की हत्या की घटना पर उसकी मां ने आरोपियों की मौत की मांग की है।
बेटी की मौत के बाद बदहवास हुई मां ने कहा कि वह अपनी बेटी की हत्या को नहीं उसे भुला पा रहीं। और कहा कि उन्हें नेताओं और अफसरों का आश्वासन नहीं बल्कि खून के बदले खून चाहिए, उन्हें कलेजे को तभी ठंडक मिलेगी जब खून के बदले खून होगा। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि यह हर उस मां के दिल की आवाज है जिसकी बेटी साइकिल या फिर पैदल अकेले स्कूल जाती हैं। रागिनी की हत्या के 24 घंटे बाद परिवार से मिलने पहुंची एसपी रागिनी की मां के गुस्से और गम को शांत नहीं कर सकीं।
इस हत्याकांड में हत्या में प्रयुक्त चाकू के साथ दो आरोपियों की गिरफ्तारी हो गयी है जबकि तीन अभी भी फरार हैं। एसपी सुजाता सिंह ने बुधवार को हत्याकांड का खुलासा करते हुए कहा इस हत्याकांड को गांव के ग्रामप्रधान पुत्र प्रिंस उर्फ आदित्य तिवारी पुत्र कृपाशंकर तिवारी व राजू यादव पुत्र रामचंद्र यादव ने अंजाम दिया था । एसपी ने कहा कि अभियुक्त प्रिंस और रागिनी का प्रेम-प्रपंच चल रहा था लेकिन किसी बात को लेकर दोनों में अनबन हो गई थी। इससे अभियुक्त प्रिंस नाराज हो गया और उसने साथियों के साथ मिलकर बुधवार की सुबह स्कूल जाते वक्त चाकू से रेतकर रागिनी की हत्या कर दी।
परिवार वालों का कहना है कि रागिनी से प्रिंस उर्फ आदित्य तिवारी शातिर दिमाग का है और एक रागिनी को बार-बार बात करने के लिए दबाव बनता था लेकिन वह बात करना नहीं चाहती थी। वह उसकी छेड़छाड़ से परेशान होकर तीन माह से स्कूल भी नहीं गयी थी और जब गयी तो उसकी हत्या कर दी गयी।
रागिनी की मां फूलमती कहती हैं कि तीन माह पहले थाने में केस दर्ज करवाया था अगर पुलिस तब कार्यवाई कर देती तो वो आज ज़िंदा होती।