वर्ल्ड डेस्क. आपने अक्सर सुना होगा कि हाथियों के झुंड ने इंसानों की बस्ती में तोड़-फोड़ किया है. किसी को कुचलकर मार डाला. लेकिन एक देश ऐसा है जिसने अपने यहां हाथियों को मारने का आदेश दिया है. यही इतना नहीं हर हाथी की कीमत भी लगाई है. यह कीमत हाथी मारने वाली संस्था या एजेंसी से ली जाएगी.
हाथियों को मारने का आदेश देने वाले देश का नाम है बोत्सवाना.
बोत्सवाना के राष्ट्रपति मोकवित्सी मसिसी ने हाथियों को मारने का पांच साल पुराना आदेश वापस ले लिया है. ऐसा इसलिए किया जा रहा है क्योंकि बोत्सवाना में हाथियों की आबादी बहुत ज्यादा बढ़ गई है.
बोत्सवाना में 1990 में हाथियों की संख्या 80 हजार थी. यह अब बढ़कर 1.30 लाख हो गई है. हाथी लगातार इंसानी बस्तियों में घुसपैठ करके नुकसान पहुंचाते हैं. कई बार लोगों को भी मार देते हैं. इसलिए बोत्सवाना की सरकार ने 60 हाथियों को मारने का आदेश दिया है.
जिन 6 एजेंसियों को हाथी मारने का लाइसेंस दिया गया है, वे इन हाथियों को मारने के बाद इसके अंगों को बेचकर पैसे कमाएंगे. इसीलिए बोतस्वाना की सरकार ने हर हाथी की एक कीमत तय कर दी है. जो शिकारी एजेंसी यह कीमत नहीं देगी उसे हाथी मारने नहीं दिया जाएगा.
बोत्सवाना के पड़ोसी देश जिम्बाब्वे, जांबिया, नामिबिया और दक्षिण अफ्रीका भी पिछले कुछ सालों से हाथियों को लेकर नए नियम बना रहे हैं ताकि इंसानों और हाथियों के बीच संघर्ष कम हो सके. साथ ही हाथियों की आबादी पर नियंत्रण किया जा सके. (फोटोः रायटर्स)