कोमल झा | Navpravah.com
महिलाओं के बुर्का पहनने से विटामिन डी मिलने में दिक्कत आती है जी हां कुछ ऐसा ही मानना है ब्रिटेन की धुर दक्षिणपंथी यूके इंडिपेंडेंस पार्टी यूकेआईपी का, उसने अपने चुनावी घोषणापत्र में सत्ता में आने पर बुर्के पर प्रतिबंध लगाने का दिलचस्प कारण बताया है.
यूकेआईपी का कहना है कि बुर्के के कारण पूरा शरीर ढंका रहता है. ऐसे में सूर्य के किरणें से मिलने वाला विटामिन डी पर्याप्त मात्रा में नहीं मिल पाता है. लिहाजा, अगर यूकेआईपी सत्ता में आई तो सार्वजनिक स्थलों पर बुर्के के इस्तेमाल को प्रतिबंधित कर देगी.
यूकेआइपी के पॉल नुट्टल अध्यक्ष हैं, उनका कहना है देश में बुर्के को बैन किया जाएगा, क्योंकि इससे महिलाओं की सुरक्षा, उनके अधिकार और सेहत पर भी इसका सीधा असर पड़ता है. यूके इंडिपेंडेन्स पार्टी के मुताबिक बुर्का पहनने वाली महिलाओं को विटामिन डी नहीं मिल पाता, जिससे महिलाओ को शारीरिक दिक्कतो का सामना करना पड़ता हैं इसकलिए इस पर रोक लगाया जाना बेहत जरूरी है.
मेनिफेस्टो में कहा गया कि खुद को कपड़े में छुपा लेने की वजह से कम्यूनिकेशन में कमी, घरेलू हिंसा का बढ़ना, रोजगार के अवसरों में कमी जैसे मुद्दे को भी बढ़ावा मिलता है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ब्रिटेन के मैनचेस्टर में हुए बम धमाके के बाद ही पार्टियों में नाराजगी दिख रही है.
इसी के तुरंत बाद बड़ी पार्टी ने इस मेनिफेस्टो को सार्वजनिक कर दिया. यूकेआईपी का कहना है कि बुर्के में जबरन रखना आजादी के खिलाफ है. हम चाहते हैं कि महिलाओं को भी बराबर अधिकार मिले ताकि वे हर क्षेत्र में बराबर हिस्सा ले सके.