कोमल झा | Navpravah.com
भारत समेत दुनिया के कई देशों में ऑनलाइन गेम ‘ब्लू व्हेल गेम’ के चलते कई लोगों में आत्महत्या कर ली। इस खतरनाक खूनी खेल ने टीनेजर्स की जिंदगी खत्म करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। लेकिन अब पता चला है कि इस गेम की मास्टर माइंड कौन है। इस खूनी खेल को चलाने वाली एक 17 साल की लड़की है। जिसे रूस की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
रूस की रहने वाली ये लड़की बच्चों को धमकाती और उनके परिवार वालों की जान लेने की धमकी देती थी। इस धमकी के साथ वह उनसे अजीबोगरीब व खतरनाक टास्क कराती थी। वास्तव में यह लड़की इस गेम की एडमिन है। वह खुद इस गेम को खेल चुकी है और सुसाइड करने की बजाए इस गेम को आगे बढ़ाने का फैसला किया और एडमिन बनकर बच्चों को इस गेम को खेलने के लिए प्रोत्साहित करती और उन्हें सुसाइड करने के लिए उकसाती थी। ब्लू व्हेल चैलेंज उन्हीं लोगों को अपना शिकार बनाता है, जो तनाव जूझ रहे हैं और आत्महत्या करने के बारे में सोचते हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, इस गेम में 50 दिनों में 50 टास्क करने को कहती और आखिरी स्टेज में उन्हें अपनी जान लेने को कहती। इस गेम में खुद के हाथ पर ब्लेड़ से व्हेल बनाने, डरावनी मूवीज देखने, रात में अकेले घूमने से लेकर खुद को नुकसान पहुंचाने जैसे टास्क शामिल होते थे। जब पुलिस ने छापामारी की तो उसके पास से नोटपैड मिला था, इसमें वो अपने शिकार की कमजोरियां नोट किया करती थी। इनका इस्तेमाल कर के वो बच्चों को आत्महत्या के लिए उकसाती थी।
मेनका गांधी ने लिखी चिट्ठी
वहीं, दूसरी तरफ केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी देश के सभी स्कूलों को चिट्ठी लिखी हैं कि जान देने वाले खेल में बच्चों को फंसना दुखद है। उन्होंने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को इस बारे में तकनीकी हल निकालने के लिए कहा है। उन्होंने चाइल्डलाइन 1098 नंबर पर भी इस गेम में फंसने पर या किसी के फंसे होने की जानकारी देने को कहा है।