एनपी न्यूज़ नेटवर्क | Navpravah.com
जापान के ऊपर से मिसाइल छोड़ने वाले नॉर्थ कोरिया के इस कृत्य की भर्त्सना अभी धीमी भी नहीं पड़ी थी कि उसने एक और बवाल खड़ा कर दिया है. दिन प्रतिदिन सामरिक तैयारियों में जुटे हुए नॉर्थ कोरिया ने हाइड्रोजन बम तैयार करने का दावा किया है. हाइड्रोजन बम सबसे ज्यादा विनाशक अस्त्र माना जाता है.
नॉर्थ कोरिया ने ये दावा किया है कि उसने सुपर एक्सप्लोसिव पावर से लैस ऐसा हाइड्रोजन बम बनाया है जिसे उसकी अंतर्महाद्वीपीय मार करने की क्षमता वाली बैलिस्टिक मिसाइल में रखा जा सकता है. नॉर्थ कोरिया के मुखपत्र KCNA ने तस्वीरें जारी कि हैं जिनमें उसने दावा किया है कि नॉर्थ कोरिया ने हाइड्रोजन बम बनाया है. हालाँकि KCNA ने तानाशाह किम जोंग जिन की तस्वीरों जिनमें किम एक लैब में कुछ लोगों से चर्चा करता हुआ दिखाया जा रहा है उनके अलावा कोई अन्य साक्ष्य नहीं दे पाया है.
KCNA की रिपोर्ट में ये कहा गया कि किम ने नयूक्लेअर वेपन्स इंस्टिट्यूट का दौरा किया और इंस्टिट्यूट ने सफलता पूर्वक नवीन नयूक्लेअर टेक्नोलॉजी का अन्वेषण किया है. किम ने नए हाइड्रोजन बम को मिसाइल में लोड होते हुए भी देखा.
बता दें कि हाइड्रोजन बम किसी एटम बम से हजार गुना ज्यादा ताकतवर होता है. इसके एक ही धमाके से कई शहर एक साथ तबाह हो सकते हैं. हाइड्रोजन या थर्मोन्यूक्लियर उपकरण श्रृंखला की अभिक्रिया में संलयन का प्रयोग करता है, जिससे अकेले प्लूटोनियम या यूरेनियम से होने वाले विखंडन विस्फोट की तुलना में कहीं अधिक शक्तिशाली विस्फोट होता है. हाइड्रोजन बम से निकलने वाली ऊर्जा, परमाणु बम से निकलने वाली ऊर्जा से हजार गुना अधिक होती है. ऐसे विनाशक और घातक अस्त्र को बनाने का दावा ठोंकने वाले नॉर्थ कोरिया के मंसूबे दुनिया को किस विनाश की ओर धकेलने के हैं ये तो पता नहीं लेकिन जिसकी कमान स्वयं एक तानाशाह के हाथ में है, वो बंदर के हाथ में तलवार जैसी स्थिति ही है.