अनुज हनुमत|Navpravah.com
उत्तर कोरिया ने डोनाल्ड ट्रंप पर अमेरिकी छात्र ओट्टो वार्मबियर की मौत का फायदा उठाने का आरोप लगाते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति को ‘‘सनकी बुड्ढा’’ बताया है। सरकारी समाचार एजेंसी केसीएनए द्वारा जारी एक बयान में उत्तर कोरिया ने प्योंगयांग की हिरासत के दौरान 22 वर्षीय छात्र के उत्पीड़न किये जाने का आरोप लगाने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति को ‘‘सनकी बुड्ढा’’ बताया। उत्तर कोरिया के विदेश मंत्रालय ने वार्मबियर के मुद्दे पर अमेरिका पर फायदा उठाने का आरोप लगाया। वार्मबियर की उत्तर कोरिया में कोमा में रिहाई होने के बाद अमेरिका लौटने पर मौत हो गयी थी।
जनवरी 2016 में एक पर्यटक के रूप में उत्तर कोरिया की यात्रा पर आये वार्मबियर को गिरफ्तार करके कैदी बना लिया गया था। हिरासत से उसकी रिहाई होने और एक रहस्यमयी कोमा में स्वदेश भेजे जाने के कुछ दिनों बाद ही इस वर्ष जून में उसकी मौत हो गयी थी। बयान में कहा गया है ‘‘ट्रंप और उनके लोग डीपीआरके विरोधी अपने अभियान के लिए एक अमेरिकी छात्र वार्मबियर की मौत का फिर से फायदा उठाने में लग गये है।’’ एक अमेरिकी चिकित्सा परीक्षक ने कहा है कि वार्मबियर के अभिभावकों और ट्रंप के दावों के बावजूद उसमें उत्पीड़न का कोई स्पष्ट संकेत नजर नहीं आया जिसके बाद उत्तर कोरिया का यह बयान आया है।
उसके अभिभावकों ने मंगलवार को अमेरिकी टेलीविजन को दिये साक्षात्कारों में कहा था कि उसके पुत्र का उत्पीड़न किये जाने के संकेत दिखायी देते है। उन्होंने कहा था कि उसके पुत्र के दांत ‘‘पुन: व्यवस्थित’’ दिखाई दे रहे थे और हाथ तथा पांव विरूपित थे। फ्रेड वार्मबियर ने ‘‘फाक्स एंड फ्रेंडस’’ कार्यक्रम में कहा ‘‘उन्होंने ओट्टो का अपहरण किया। उन्होंने उसका उत्पीड़न किया। उन्होंने जानबूझ कर उसे घायल किया। वे आतंकवादी है।’’ इस साक्षात्कार के प्रसारण के बाद ट्रंप ने पहली बार उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन के शासन पर वार्मबियर के उत्पीड़न के आरोप लगाये थे।