प्रमुख संवाददाता,
मुसलिम राष्ट्रीय मंच ने मंगलवार को भारत में पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित को दिया इफ्तार पार्टी का न्यौता वापस ले लिया है। मंच ने दो जुलाई को पार्लियामेंट एनेक्स में होने वाली इफ्तार पार्टी में अब्दुल बासित को बुलाया था। लेकिन कश्मीर के पंपोर में हुए आतंकी हमले के विरोध में मंच ने बासित को दिया गया न्योता वापस ले लिया। मंच ने यह निर्णय पाक उच्चायुक्त के पंपोर आंतकी हमले में शहीद हुए जवानों का मजाक उड़ाने की वजह से लिया है।
राष्ट्रीय मुसलिम मंच के राष्ट्रीय संयोजक मोहम्मद अफजल ने कहा है कि हमने पाक उचायुक्त को दिया गया इफ्तार रद्द कर दिया है। दरअसल जब मीडिया ने अब्दुल बासित से पंपोर हमले संबंधी सवाल पूछा था तो बासित ने कहा था कि यह रमजान का महीना है, अभी इफ्तार की पार्टी है, उस पर बात कीजिए और पार्टी का आनंद लीजिए।
गौरतलब है कि शनिवार को कश्मीर के पम्पोर में आतंकियों ने सीआरपीएफ की एक बस पर हमला कर दिया था। इस हमले में आठ जवान शहीद हो गए और करीब 24 से ज्यादा घायल हो गए थे। आरएसएस से जुड़े मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने पाकिस्तान जैसे मुस्लिम राष्ट्रों समेत कई देशों के राजदूतों को न्योता दिया था। उनका कहना है कि इस ‘इफ्तार’ पार्टी का मकसद एकता और सौहार्द का संदेश फैलाना है।
आरएसएस के विचारक राकेश सिन्हा ने भी कहा था कि मुसलिम मंच को बासित को दिया न्योता वापस ले लेना चाहिए। हालांकि उन्होंने मुस्लिम राष्ट्रीय मंच से संबद्ध होने की बातों को खारिज किया है और कहा है कि इसके द्वारा आयोजित इफ्तार का आरएसएस से कोई लेना-देना नहीं है।