कोमल झा । Navpravah.com
ऑस्ट्रेलिया में समलैंगिक शादियों को कानूनी मान्यता देने के लिए एक सर्वे कराया गया, जिसके पक्ष में भारी मतदान किया गया। ऑस्ट्रेलियन ब्युरो ऑफ स्टैटिस्टिक्स द्वारा बुधवार को जारी किए गए परिणाम में 61% लोगों ने समर्थन में वोटिंग की और 38% लोगों ने इसके खिलाफ वोटिंग की। इस सर्वे में 1 करोड़ 27 लाख लोग शामिल हुए।
इस सर्वे से भले ही समलैंगिक शादियों को ऑस्ट्रेलिया में कानूनी मान्यता नहीं मिले, लेकिन, संसद में समलैंगिक शादियों के लिए कानून लाने का रास्ता जरूर खुल गया है। समलैंगिक शादी पर सरकार ने आठ हफ़्तों तक पोस्टल सर्वे चलाए और लोगों की राय ली। वैसे इस सर्वे में शामिल होने और अपनी राय देने की कोई बाध्यता नहीं थी। रिजल्ट आने के बाद प्रधानमंत्री मैल्कम टर्नबुल ने कहा, ‘लाखों लोगों ने जवाब दिया है। उन्होंने समलैंगिक शादी के पक्ष में भारी वोट किया है। उन्होंने कहा कि क्रिसमस तक इसे कानूनी मान्यता दी जा सकती है। उन्होंने कहा कि लोगों ने निष्पक्षता के लिए ‘हां’ में वोट दिया। उन्होंने प्यार के लिए ‘हां’ में वोट दिया। उन्होंने प्रतिबद्धता के लिए ‘हां’ में वोट किया है।’
वहीं विपक्षी लेबर पार्टी के नेता बिल शॉर्टन ने मेलबॉर्न रैली में कहा कि पोस्टल सर्वे को कभी नहीं करना चाहिए था। बता दें कि साल 2004 में ऑस्ट्रेलिया ने विवाह अधिनियम 1961 में संशोधन करते हुए समलैंगिक विवाह पर प्रतिबंध लगा दिया था। इस सर्वे के परिणाम जानने के लिए बुधवार सुबह से ही लोग सिडनी के प्रिंस अल्फ्रेड पार्क पर इकट्ठा होने लगे थे। पार्क पर जमा हुए लोगों में से रैनबो झंडा उठाए एक व्यक्ति ने कहा कि गे और लेस्बियन ऑस्ट्रेलियन के तौर पर यह हमारे लिए गौरव हैं और मैं अपने देश पर गर्व कर सकता हूं।
ऑस्ट्रेलिया के तस्मानिया प्रांत ने 20 साल पहले पुरुष समलैंगिकता शादी को क़ानूनी वैधता प्रदान दी थी। ऐसे करने वाला वह तस्मानिया ऑस्ट्रेलिया का अंतिम राज्य था। लेकिन साल 2004 में ऑस्ट्रेलिया ने विवाह अधिनियम 1961 में संशोधन करते हुए समलैंगिक विवाह पर प्रतिबंध लगा दिया था।