शिखा पाण्डेय । Navpravah.com
सर्च इंजन गूगल अमेरिका में सर्च इंजन के होम पेज पर डिप्रेशन अर्थात अवसाद के शिकार लोगों के जांच की नई सुविधा देने जा रहा है। इस जांच के बाद बीमारी के इलाज को लेकर सुझाव भी दिए जाएंगे। अगर यह परीक्षण सफल रहा, तो इस सुविधा को अन्य देशों में भी लागू किया जायेगा। नेशनल अलायंस ऑन मेंटल इलनेस (एनएएमआइ) इस अभियान में गूगल का साझीदार है।
खबर के अनुसार ऑनलाइन फीचर पर क्लिक करते ही एक प्रश्नावली खुलेगी, जिसके आधार पर लोग डिप्रेशन का पता लगा सकेंगे। सूत्रों के अनुसार इस नई तकनी को पीएचक्यू-9 का नाम दिया गया है। पीएचक्यू-9 स्मार्टफोन के सबसे ऊपर एक बॉक्स में दिखाई देगी। इसे नॉलेज पैनल का नाम भी दिया गया है। पीएचक्यू-9 की मदद से लोगों में अवसाद, इसके लक्षण और संभावित इलाज जैसी बीमारियों के बारे में बताया जाएगा।
गूगल की प्रवक्ता सुसान गडरेचा के अनुसार नए फीचर का उद्देश्य मेडिकल जांच को पलटना नहीं बल्कि डिप्रेशन के शिकार लोगों को जांच के लिए प्रोत्साहित करना है। एनएएमआइ ने एक बयान जारी कर बताया कि पीएचक्यू-9 की रिपोर्ट पीड़ित के लिए इस मसले पर डॉक्टरों से ठीक तरह से बातचीत करने में मददगार साबित हो सकता है। उन्होंने आगे बताया कि पीएचक्यू-9 के इस्तेमाल करने के लिए आपको डॉक्टरों की सलाह भी लेनी होगी।