अब्दुल फ़हद,
दुबई एयरपोर्ट पर हुए एमिरेट्स विमान की क्रैश लैंडिंग के बाद उसमें आग लग गई और वो पूरी तरह जल गया। अगर वक्त रहते इसमें सवार 300 लोगों को नहीं निकाला गया होता, तो कई जाने जा सकती थीं। लेकिन विमान में सवार लोगों को बचाने के बावजूद एक व्यक्ति की मौत हो गई और वो था फायर फायटर टीम का सदस्य।
इस बहादुर इंसान ने दूसरों को तो बचा लिया, लेकिन इस दुर्घटना से खुद को नहीं बचा पाया। जसिल इसा मोहम्मद हुसैन नाम के इस साहसी फायर फाइटर ने अल्टीमेट सेक्रिफाइज करते हुए 300 लोगों को दुर्घटनाग्रस्त विमान से सुरक्षित बाहर निकाला। उसकी मौत की खबर मिलने के बाद डायरेक्टर जनरल सिविल एविऐशन अथॉरिटी सैफ अल सुवैदी ने कहा कि फायर फायटर ने दूसरों की जान बचाते हुए खुद की जान दांव पर लगा दी।
गंभीर चोटों के चलते उनकी मौत हो गई। उनके बलिदान को सलाम करते हुए जनरल सिविल एविएशन अथॉरिटी ने कहा कि हम ऊपरवाले के शुक्रगुजार हैं कि उसकी दया के चलते बड़ा हादसा टल गया। लेकिन हमें दुख है कि इसमें हमारे एक फायर फायटर की मौत हो गई, जो दूसरों की जिंदगी बचाने में लगा था।