एनपी न्यूज़ नेट्वर्क । Navpravah.com
मेक्सिको सिटी में आए भयानक भूकंप ने दो करोड़ की आबादी वाले इस शहर को दहला दिया। इस भूकंप के कारण अब तक 250 लोगों की मौत हो चुकी है। सबसे बड़ा खौफनाक हादसा एक स्कूल में हुआ। अधिकारियों ने बताया कि 7.1 तीव्रता के भूकंप के दौरान मैक्सिको सिटी के दक्षिणी भाग में प्राथमिक स्कूल की इमारत ढह जाने से कम से कम 21 बच्चों की मलबे में दबकर मौत हो गई। इस भयानक हादसे में दो शिक्षकों की भी मौत हो गई।
मेयर मिगुएल एंजल मानसेरा ने बताया कि अकेले राजधानी में 44 जगहों पर इमारतें ध्वस्त हुई हैं। बचाव कर्मी मलबे में फंसे लोगों को निकालने के लिए प्रयासरत हैं। शहर के दक्षिण में एक प्राथमिक स्कूल की इमारत आंशिक रूप से ध्वस्त हो गई। बचाव कर्मी वहां देख रहे हैं कि कहीं कोई बच्चा मलबे में तो नहीं फंसा है। हालाँकि कुछ परिजन कह रहे हैं कि उन्हें अंदर फंसी दो लड़कियों के व्हाट्सएप संदेश मिले हैं।
भूकंप के बाद सैकड़ों लोग सड़कों पर आ गए। बताया जा रहा है कि ये झटके इतने तेज थे कि 2 करोड़ की आबादी वाला यह शहर अब भी घबराया हुआ है। बता दें कि इससे पहले 1985 में इसी दिन एक विनाशकारी भूकंप आया था।उस वक्त आया भूकंप भी अपने साथ भयंकर त्रासदी लेकर आया था, जिसमें कई लोगों ने अपनी जान गवां दी थी।
मेक्सिको के नागरिक सुरक्षा के राष्ट्रीय समन्वयक लुइस फेलीप पुएन्टे ने मृतकों की संख्या की पुष्टि करते हुए बताया कि मोरेलोस, स्टेट ऑफ मेक्सिको, पुएब्ला और गुएरेरो में सबसे ज्यादा मौतें हुई हैं।
अमेरिकी भूगर्भ सर्वेक्षण के अनुसार भूकंप की तीव्रता 7.1 थी, जबकि मेक्सिको के सीस्मोलॉजिकल इंस्टिट्यूट के अनुसार भूकंप की तीव्रता 6.8 थी। संस्थान ने बताया कि भूकंप का केंद्र पडोसी प्यूब्ला प्रांत में चियाउतला डि तापिया से सात किलोमीटर पश्चिम में था। शहर के मेयर मिग्वेल ऐंजेल ने बताया कि राजधानी में 44 जगहों पर बिल्डिंग ढह जाने की खबर है। यह भूकंप 1985 में आए भूंकप के बाद सबसे बड़ी त्रासदी है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस आपदा पर दुख जताया है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘हम आपके साथ हैं और हमेशा आपके साथ रहेंगे।’