सौम्या केसरवानी । Navpravah.com
दलाई लामा गुरुवार को इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स द्वारा आयोजित कॉन्फ्रेंस सेशन में उपस्थित हुए, जहाँ उन्होंने चीन से अपने रिश्तों को लेकर कहा कि तिब्बत चीन से आजादी नहीं बल्कि अधिक विकास चाहता है, चीन तिब्बत को अपना हिस्सा बताता है, तो वहीं तिब्बत खुद को चीन का औपनिवेश बताता है।
दलाई लामा ने तिब्बत के चीन के साथ अच्छे संबंधों की वकालत करते हुए कहा कि हमेशा से चीन और तिब्बत के बीच करीबी संबंध रहे हैं। हालांकि कभी-कभार उनके बीच संघर्ष भी हुआ है।
कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने आगे कहा कि तिब्बत की एक अलग संस्कृति और एक अलग पहचान है, हमें उनकी विरासत का सम्मान करना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘चीनी जनता अपने देश को प्रेम करती है। हम अपने देश को प्रेम करते हैं।’ उन्होंने कहा, शांति से रहने और एक-दूसरे की सहायता करने के अलावा दोनों देशों के पास और कोई रास्ता नहीं है, जो बीत चुका है, वह बीत चुका है और अब हमें भविष्य में देखने की जरूरत है।