अनुज हनुमत,
पूरी दुनिया के लिए सिरदर्द बन चुके सबसे खूंखार आतंकी संगठन ‘आईएस’ के सरगना बगदादी को इराकी सेना और पेशमरगा सैनिकों ने मोसुल में तीन तरफ से घेर लिया है। एजेंसी के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक, कुर्दिश आर्मी के एक सीनियर ऑफिसर ने उन्हें बताया कि बगदादी मोसुल में ही फंसा हुआ है और उसके साथ करीब 3 से 5 हजार आईएस के आतंकी हो सकते हैं यानि बगदादी अब चाह कर भी मोसुल छोड़ कर कहीं नहीं भाग सकता।
सबसे अहम बात यह है की मोसुल में बगदादी को सेना ने तीन तरफ से घेर लिया है और उसके बचने की बहुत कम उम्मीद है। गौरतलब हो की एक तरफ कुर्दिश लड़ाकों ने अपने पांव जमा लिए हैं, तो वहीं दूसरी ओर खाजेर, कुवायर और कायराह एयरबेस भी इराकी आर्मी के कंट्रोल में पहुंच चुका है। ये पूरा इलाका अब इराकी सेना के कब्जे में हैं और अगर आईएस इस तरफ रुख करता है तो बगदादी और उसके गुर्गों की मौत निश्चित है।
खबर के अनुसार ईराकी सेना के एक मेजर जनरल के मुताबिक आतंक का आका अबू बकर अल बगदादी और उसके आतंकवादी जल्द ही अपनी जान की भीख मांगते नज़र आएंगे। बग़दादी और उसके गुर्गे चारों तरफ से घिरने के बाद अब मोसुल छोड़ कर कहीं भी भाग नहीं सकते। दरअसल, मोसुल के पूर्वी, उत्तरी और दक्षिण हिस्से को कुर्दिश और इराकी सेना घेर चुकी है और मोसुल के पश्चिमी हिस्से पर शिया मिलिशिया के लड़ाके अपना कब्ज़ा जमा चुके हैं यानि अब बग़दादी और आईएस के आतंकवादियों के पास भागने के लिए ज़मीन कम पड़ने वाली है और करीब 40 हजार इराकी सैनिक बगदादी को उसके अंजाम तक पहुंचाने के लिए तीन तरफ से एक स्ट्रेटजी के साथ आगे बढ़ रहे हैं। इराकी और कुर्दिश पेशमरगा सेनाओं की रणनीति भी यही है कि किसी भी सूरत में बगदादी को चारों तरफ से घेर कर उसे सरेंडर करने पर मजबूर कर दिया जाए और फिर बगदादी को पकड़कर उसे उसके अंजाम तक पहुंचाया जाए।
आईएस के आतंकी जानते हैं कि वो इराकी और कुर्द सेना से सीधी लड़ाई में जीत नहीं सकते, लिहाज़ा अब वो कुर्द और इराकी सैनिकों पर हमले करने के लिए बूबी ट्रैप्स और आईईडी जैसे हथकंड़ों का इस्तेमाल कर रहे हैं। पिछले कई दिनों में आईएसआईएस के आतंकवादी मोसुल से भागने के लिए कई तरह के पैंतरे आजमा चुके हैं। कभी मासूम लोगों को अपनी ढ़ाल बनाया तो कभी 25 साल पुराने तरीके से इराकी सेना से बचने के लिए तेल के कुओं में आग लगाई।
फिलहाल सबकी नजर इस बात पर टिकी है कि आखिर आतंक के इस राक्षस को कब तक मार गिराया जायेगा।