शिखा पाण्डेय,
आत्महत्या करने वाले पूर्व सैनिक राम किशन ग्रेवाल के मामले ने अब एक नया मोड़ लिया है। अब रक्षा मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि ओआरओपी की मांग को लेकर सुसाइड करने वाले राम किशन ग्रेवाल को ओआरओपी के तहत लाभ मिला था। हालांकि, मंत्रालय के सूत्रों ने कहा कि ओआरओपी के तहत ग्रेवाल को पूरा लाभ नहीं मिला था, उन्हें थोड़ी कम रकम मिली थी।
मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि इसमें हरियाणा भिवानी जिले में एसबीआई बैंक की ब्रांच ने कैल्कुलेशन में गड़बड़ कर दी थी। सूत्रों ने बताया कि ग्रेवाल ने रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर से घर या ऑफिस में मिलने के लिए वक्त नहीं मांगा था।
स्वयं रक्षामंत्री पर्रिकर ने आज इस विषय में कहा कि सरकार पूर्व सैनिकों के विकास के लिए समर्पित है और सरकार ने इस स्कीम के तहत 5,507.47 करोड़ रुपए बांटे हैं। गौरतलब है कि राम किशन के सुसाइड के राजनीतिक रंग लेने के बाद रक्षा मंत्रालय ने इस विषय में जानकारी दी है।