अनुज हनुमत,
देश के प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में से एक इलाहाबाद विश्वविद्यालय इस वर्ष लम्बे अर्से के बाद कई नए अनुभवों से गुजरेगा। पहला बड़ा प्रयोग तो छात्र संघ चुनाव से होने जा रहा है। दरअसल विश्वविद्यालय प्रशासन की मानें, तो इस बार छात्र संघ चुनाव के दौरान वोट डालने के लिए ईवीएम मशीनों का प्रयोग किया जायेगा।
यदि इलाहाबाद विवि में छात्रसंघ के चुनाव में ईवीएम का प्रयोग होता है तो यह देश का इकलौता ऐसा विश्वविद्यालय होगा, जहाँ छात्र संघ चुनाव के दौरान ईवीएम मशीनों का प्रयोग किया जायेगा।
विश्वविद्यालय के इस नवीन प्रयोग से छात्र संघ चुनाव की प्रासंगिकता फिर से बढ़ सकती है और चुनावों के बाद आने वाले परिणामों की पारदर्शिता में भी बढ़ोत्तरी होने की उम्मीद है। छात्र संघ चुनावों में होने जा रहे इस नए बदलाव को लेकर छात्र नेताओं में मिली जुली प्रतिक्रिया सामने आ रही है। लेकिन छात्रों में जबरदस्त उत्साह है।
इसी वर्ष विश्वविद्यालय प्रशासन ने दीक्षांत समारोह कराने का भी निर्णय लिया है। निःसन्देह ये एक अच्छी खबर है। इन दो बड़े फैसलों से इतर विश्वविद्यालय कैम्पस में आने वाले छात्र संघ चुनावों को लेकर भी जबरदस्त उत्साह है।
पिछले सत्र में पूरे वर्ष विश्वविद्यालय प्रशासन और छात्र संघ के बीच जमकर विवाद चला, जो अभी तक नहीं टला है। लेकिन नए छात्र संघ चुनाव की तारीख़ आते ही सभी को अब आशा है कि इस सत्र में ऐसा कुछ नहीं होगा। सबसे अच्छी बात ये है कि इस बार छात्र भी ऐसे नेताओं को चुनना चाहते हैं, जो वास्तव में छात्र हितों की लड़ाई लडें न कि अपने निजी हितों के लिए परेशान रहें।