शिखा पाण्डेय
इ-वर्ल्ड की अग्रणी कंपनी वेरिजॉन ने इस बात की पुष्टि की है कि वेरिजॉन द्वारा ‘याहू’ का 4.83 अरब डॉलर नकद सौदे में अधिग्रहण कर लिया गया है। इंटरनेट के शुरुआती दिनों में याहू की गिनती चर्चित कंपनी के रूप में होती थी। हालांकि अब भी यह एक बड़ी कंपनी है, लेकिन पिछले कुछ सालों से कमाई के मामले में कंपनी पिछड़ रही थी।
विश्लेषकों की मानें तो याहू खुद को प्रासंगिक बनाये रखने में नाकामयाब साबित हुई। इस डील के बाद से ‘याहू’ चाइनीज कंपनी ‘अली बाबा’ से अपनी पूंजी को अलग करने में सक्षम हो पायेगी। वेरिजोन इंटरनेट की दुनिया में तेजी से बढ़ने वाली कंपनी है। इसके दो वेंचर टेकक्रेंच और हफिंगन पोस्ट पहले से ही काफी लोकप्रिय हैं। याहू के मुख्य ऑपरेशन को खरीदने के बाद वेरीजॉन एओएल इंटरनेट बिजनेस में जबर्दस्त इजाफा होगा, जिसको इसने पिछले साल 4.4 अरब डॉलर में खरीदा था।
इस संबंध में याहू के सीईओ मारिसा मेयर ने सोमवार को अपने बयान में कहा, “हमारे ऑपरेटिंग बिजनेस की बिकवाली हमारी एशियाई संपत्तियों से पृथक हैं और याहू के शेयरहोल्डर वैल्यू के प्रति हमारी योजना का एक महत्वपूर्ण कदम है।”
आपको बता दें कि फरवरी में कंपनी ने घोषणा की थी कि कोर इंटरनेट बिजनेस के लिए वह रणनीतिक विकल्प खोज रही थी। इस सौदे के साथ ही एक ऑपरेटिंग कंपनी के रूप में याहू का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा।