अरविन्द मौर्या,
वाराणसी। गाड़ियों का शीशा तोड़ कर सामान चुरा लेने जैसी कई घटनाओं को अंजाम देने वाले गैंग के सदस्य आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ ही गए। एस एस पी नितिन तिवारी के नेतृत्व में क्राइम ब्रांच की टीम ने गुरूवार को सारनाथ रेलवे स्टेशन के पास से चोरों के इस गैंग को धर दबोचा। चोरों के इस गैंग में दो पुरुष समेत तीन नाबालिग बच्चे और तीन महिलाएं भी शामिल हैं। ये सभी महाराष्ट्र के नांदुरवार जिले के निवासी है।
पुलिस लाईन में आयोजित एक प्रेसवार्ता में एस एस पी नितिन तिवारी व एस पी क्राइम त्रिभुवन सिंह ने बताया कि पूरा परिवार एक गैंग की तरह काम करता है। ये एक विशेष प्रकार की गुलेल में छर्रे का इस्तेमाल कर गाड़ियों के शीशे पर हमला करते थे। बाद में क्रैक हो गए शीशे को तोड़कर ये गाड़ी में से सारा सामान चोरी कर लेते थे। गिरफ्तार अभियुक्त विश्वनाथ नायडू, वेंकटेश, तीन नाबालिग बच्चे और तीन औरतें नंदुरवार (महाराष्ट्र) रेलवे स्टेशन के पास टोलियों में तम्बू लगाकर खानाबदोशों की तरह रहते थे। आस पास के इलाकों में रेकी कर चोरी करते थे। इन लोगो ने गुजरात, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश के कई जिलो में इस तरह की अपराधिक घटना को अंजाम दिया है।
एस एस पी ने बताया कि इनके गैंग के देवा, राहुल, कन्ना नाम के अपराधी फरार हैं, जिन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जायेगा। इनके पीछे स्थानीय लोगों का भी हाथ होने की बात कप्तान ने कही। कप्तान ने बताया कि गिरफ्त में आए एक अभियुक्त जो कि बाद में फ़रार हो गया के द्वारा कुछ क्लू मिले थे, जिनके आधार पर इन्हें पकड़ा गया।
इनके पास से 12 और 315 बोर के दो तमंचे, 13 चोरी के मोबाईल, एक टैबलेट, पीली धातू के 3 कलाई घड़ी, छह कंगन, 1 लेडीज माला, 1 कान के टप्स, 1 अंगूठी, सफ़ेद धातू के 2 कंगन, 8 पायल, सिक्के व 4 बिछुआ तथा 4 हज़ार नकद बरामद किया गया।