राम कृष्ण पाण्डेय | navpravah.com
भदोही (उप्र) | पिछले कुछ महीने से कालीन नगरी भदोही में अपराध का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है। भदोही में लगातार हो रही वारदात और आपराधिक घटनाओं ने लोगों को झकझोर कर रख दिया है। जिले के सुरियाँवा थाना व नगर इलाके के बावन बीघा तालाब स्थित हनुमान मंदिर पर पुजारी की संदिग्ध अवस्था में लाश मिलने से सनसनी फैल गई है। मृतक के गर्दन पर चोट के निशान भी मिले हैं।
सीताराम नामक 75 वर्षीय पुजारी करीब 25 सालों से प्राचीन हनुमान मंदिर पर रहकर पूजा-पाठ व देखरेख करते थे। यह जानकारी पुलिस अधिकारी ने दी। एसपी डॉ. मीनाक्षी कात्यायन ने मातहतों संग घटनास्थल का जायजा लिया है। स्थानीय पुलिस शव कब्जे में लेकर पूरे मामले की छानबीन में जुट गई है। उधर वीएचपी जिलाध्यक्ष व ग्रामीण हत्या की आशंका जता रहे हैं। साथ ही पुलिस पर भी गम्भीर आरोप लगाए हैं। उधर सूत्रों से पुलिसकर्मियों पर भी गाज गिरने की खबर आ रही है। खबर है कि पुलिस ने पूरे मामले में अभियोग भी पंजीकृत किया है।
●यह है पूरी घटना-
दरअसल, सोमवार को सुबह एक अतिवृद्ध पुजारी सीताराम का शव संदिग्ध हाल में मंदिर परिसर में बने एक कमरे से बरामद हुआ है। पुजारी के गर्दन पर घाव होने व खून निकलने की बात भी सामने आई है। पुलिस के अनुसार गर्दन पर कुछ पुरानी चोट के खाल उतरने जैसे छोटे-छोटे चोट के निशान थे। वहीं स्थानीय लोग एवं विश्व हिंदू परिषद के जिलाध्यक्ष ने हत्या की आशंका जताई हैं। बताते हैं कि पुजारी सीताराम बिहार राज्य से करीब दो दशक पूर्व भदोही आये थे। और भदोही के सुरियाँवा नगर व थाना इलाके के बावन बीघा तालाब स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर पर 20-25 सालों से मुख्य पुजारी के तौर पर पूजा-पाठ आदि करते थे। सोमवार सुबह करीब साढ़े 8 बजे किसी ग्रामीण ने उनका शव मंदिर प्रांगण में बने एक कमरे में पड़ा देखा, तो खबर इलाके में आग की तरह फैल गई। लोगों की भारी भीड़ मौके पर इकट्ठा हो गई। सूचना पाते ही मौके पर स्थानीय पुलिस व फील्ड यूनिट पहुँच गई। फॉरेंसिक टीम ने मौके से साक्ष्य एकत्र किए हैं, साथ ही डॉग स्क्वायड से भी छानबीन में मदद ली जा रही है। मौके पर पुलिस अधीक्षक डॉ. मीनाक्षी कात्यायन ने अपर पुलिस अधीक्षक तेजवीर सिंह व सीओ के साथ घटनास्थल का निरीक्षण कर मामले के छानबीन के निर्देश दिए हैं। स्थानीय पुलिस शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराने एवं वारदात की गहनता से छानबीन में जुट गई है। पुलिस अधिकारी ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद छानबीन को तेज किया जाएगा। सभी बिंदुओं को ध्यान में रखकर तहकीकात की जा रही है।
●वीएचपी के अध्यक्ष व ग्रामीणों ने लगाए गम्भीर आरोप, हत्या की जताई आशंका-
घटना को लेकर क्षेत्रीय लोगों में गहरी नाराजगी देखने को मिल रही है। विश्व हिंदू परिषद के जिलाध्यक्ष रामचंद्र ने भी रोष व्यक्त करते हुए प्रशासन को घेरा है। आरोप है पूर्व में मंदिर प्रांगण में मौजूद शिवजी मूर्ति खंडित की गई थी। पुजारी को एक बार मारा-पीटा गया था। गलत नीयत से अराजक तत्वों का जमावड़ा मंदिर परिसर में होता था। जान से मारने की धमकी एवं मंदिर से घण्टा आदि चोरी होने की शिकायत पुजारी ने थाने पर की थी। लेकिन शिकायत पर पुलिस ने कोई सुनवाई नही की थी। पुलिस शिकायत पर मौन रही। और आज 65 वर्षीय पुजारी की हत्या हो गई है। वीएचपी जिलाध्यक्ष एवं ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन से घटना की गंभीरता व गहराई से जांच करने की मांग की है।
●घटना को लेकर उठे सवाल, पुलिस की कार्यशैली और सक्रियता भी सवालों के घेरे में-
जनपद में लगातार विभिन्न तरह की अपराध की घटनाएं हो रही हैं। हाल में ही में सपा विधायक के घर नौकरानी के सुसाइड मामले में शुरुआती दौर में पुलिस की हीलाहवाली करने की बात जनपद में चर्चा का विषय बनी थी। वहीं अब मंदिर पर पूजा-पाठ करने वाले साधू-संत और पुजारी भी जनपद में सुरक्षित नही दिख रहे हैं। सुरियाँवा क्षेत्र में मंदिर के पुजारी की आशंकित तौर पर हत्या का मामला सामने आया है। जिसने लोगों को दहला दिया है। घटना ने पुलिस की गस्त, सक्रियता और कार्यशैली पर भी सवाल उठा दिया हैं। उच्चाधिकारियों की मॉनिटरिंग भी सवालों के घेरे है। हाल-फिलहाल में कई बार किये गए पुलिसकर्मियों एवं थाना प्रभारियों के स्थानांतरण की कार्रवाई, एसओजी टीम भंग करने की कार्रवाई भी कहीं-न-कहीं कार्यशैली बेहतर न होने की चीख-चीख कर गवाही देती दिख रही हैं। ग्रामीणों में चर्चा के बाद अब जनपदवासियों के मन में सवाल कौंध रहा है, कि क्या शिकायतों के बाद भी पुलिस ने लापरवाही बरती? सवाल यह भी है कि शिकायतों को पुलिस गम्भीरता से क्यों नही लेती? क्या नीचे के अधिकारी-कर्मचारी अफसरों की नाफरमानी कर रहे हैं? क्या उच्चाधिकारी थानाध्यक्षों की नकेल कसने में शिफर साबित हो रहे हैं या खेल कुछ और ही है!