एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
पाकिस्तान के कोर्ट द्वारा बरी किए जाने के बाद हाफिज सईद ने नई चाल चली है। उसने अपने नाम को आतंकियों की लिस्ट से हटाने के लिए यूएन में याचिका दाखिल की है, याचिका उसने अपने नजरबंदी के समय दाखिल करवाई थी।
मुंबई हमले का मास्टर माइंड सईद ने यह याचिका लाहौर के एक लॉ फर्म मिर्जा एंड मिर्जा के माध्यम से दाखिल करवाई है, याचिका दाखिल करने वाले नावेद रसूल मिर्जा पाकिस्तान के नेशनल अकाउंटिबिलिटी ब्यूरो में वकील रह चुके हैं। पंजाब सरकार ने हाफिज को आतंकवाद रोधी कानून 1997 के तहत 31 जनवरी को उसके चार सहयोगियों सहित 90 दिनों के लिए नजरबंद किया था। सईद की रिहाई पर भारत समेत अमेरिका ने भी पाकिस्तान की आलोचना की है।
हाफिज सईद की आतंकी गतिविधियों को देखते हुए अमेरिका ने उस पर 10 मिलियन डॉलर का इनाम घोषित कर रखा है, कोर्ट द्वारा रिहा करने के बाद अमेरिका ने बयान जारी कर कहा था कि आतंकी हाफिज का इस तरह से छूट जाना इस बात का सबूत है कि पाकिस्तान आतंकी के खिलाफ मुकदमा चालने में विफल रहा है।
बयान में कहा गया है कि जिस तरह से आतंकी को पाकिस्तान की अदालत से रिहाई दी गई है, उससे अपनी धरती को आतंकवादियों के लिए पनाहगाह नहीं बनने देने और अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद के खिलाफ लड़ने की बात करने वाले पाक की मंशा पर शक होने लगा है।