इशिका गुप्ता| navpravah.com
वाराणसी, उत्तर प्रदेश| काशी हिंदू विश्वविद्यालय परिसर में स्थित आईआईटी बीएचयू के महाराष्ट्र मित्र मंडल द्वारा सार्वजनिक गणेशोत्सव का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का आयोजन बीएचयू परिसर में उपस्थित धनराजगिरी हॉस्टल में हुआ। हॉस्टल के कॉमन हाल में गणेश प्रतिमा स्थापित करी गई थी व वहां भव्य सजावट की गई थी।
महाराष्ट्र मित्र मंडल के सदस्यों ने मिलकर हॉल को कुछ क्राफ्ट्स कार्यों द्वारा भी सजाया था। पंडाल के एक दीवार पर छत्रपति शिवाजी व उनके साम्राज्यों के नामों के साथ कुछ तस्वीरें भी लगी हुई थी।
मंडल द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम की भी व्यवस्था हॉस्टल के ग्राउंड फील्ड में की गई थी, जिसमें आईआईटी बीएचयू के प्रोफेसरों के छोटे-छोटे बच्चों (मेघना,अंजना,क्रिस्टी) ने भी नृत्य में सहभाग लिया।
बाकी कुछ आईआईटी छात्र छात्राओं ने अपनी गायन और नृत्य कला से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। नृत्य में संस्कृति, धृति, भार्गवी, तनिष्का व समीक्षा ने अपनी प्रस्तुति दी। गायन में अंकित-हर्षित ,अलक्षेंद्र, आयुष-आयुष, रोहन पाटिल आदि ने प्रस्तुति दी। कविता पाठ में अभिनंदन ने पिता पर कविता सुनाई जो सभी को पसंद आई।
दूसरी कविता पाठ में खनन विभाग की अंतिम साल की छात्रा अपेक्षा ने छत्रपति शिवाजी के जीवन पर आधारित एक लंबी कविता का पाठ किया जिसमें छत्रपति शिवाजी के जन्म, उनके वीरता, संघर्ष, उनके हिंदू धर्म की स्थापना, साम्राज्य विस्तार, युद्ध , उनके बेटे शंभाजी की वीरता व शिवाजी की मौत तक की सारी वृतांत को एक कविता के माध्यम से पूरे भावपूर्वक रूप से प्रस्तुत किया। उन्होंने इस पूरी कविता को सुनाने में लगभग 4 से 5 मिनट का समय लगा। दर्शक भी इस कविता को सुन भावुक दिख रहे थे और बीच बीच में तालियां भी बजा रहे थे।
अंत में एक क्लासिकल गायन को मोहित व अनुभव द्वारा प्रस्तुत किया गया। और इसी के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम का समापन हुआ।
कार्यक्रम की शुरुवात शाम 7 बजे हुई जो 9 बजे खत्म हुई। कार्यक्रम के खत्म होने के पश्चात गणेश आरती हुई व भगवान और देवी देवताओं के जयघोष के साथ यह गणेशोत्सव संपन्न हुआ। मंडल ने बताया की गणेश विसर्जन कार्यक्रम दिनांक 17/9/2024 को किया जाएगा।