श्रद्धा हत्याकांड: जज के सामने आफताब ने कबूला गुस्से में आकर किया कत्ल

दिल्ली में हुए श्रद्धा हत्याकांड ने पूरे देश को स्तब्ध कर दिया है. प्रकरण लव जिहाद के संग-संग जघन्य हत्याकांड का भी है जहां प्रेमी आफताब अमीन पूनावाला ने श्रद्धा वाडकर की पहले गला घोंट कर हत्या की उसके बाद उसके शव को 36 टुकड़े में काट दिया फिर दिल्ली के अलग – अलग इलाकों में फेंक दिया।

कोर्ट ने पालीग्राफ टेस्ट की इजाजत दी।

श्रद्धा हत्याकांड में कोर्ट ने आरोपी आफताब पूनावाला की सहमति के बाद पालीग्राफी टेस्ट की इजाजत दे दी हैं साथ ही आरोपी की रिमांड चार दिन के लिए और बढ़ा दी गई है। पालीग्राफी के लिए आरोपी से भी कंसेंट लिया जाता है।

“जो किया वह गुस्से में आकर किया”

आरोपी की पेशी वीडियो कॉन्फेंसिंग के जरिए दिल्ली की साकेट कोर्ट में की गई पेशी के दौरान आफताब ने जज के सामने बोला, ‘मैंने जो किया, गुस्से में किया।’ गौर करने वाली बात यह है कि आफताब ने यह नहीं कबूल किया कि उसने श्रद्धा का मर्डर किया इसके बाद जज ने पुलिस की याचिका पर उसकी रिमांड 4 दिन और बढ़ा दी हैं साथ ही पालीग्राफी के लिए उसकी सहमति मांगीं आफताब के वकील ने कहा कि “मेरे मुवक्किल जांच में सहयोग कर रहे हैं”

नियमों के अनुसार कुल मिलाकर 14 दिन की कस्टडी ली जा सकती है, जिसमें 5-5 दिन की दो बार कस्टडी ली जा चुकी है। आज 4 दिन की कस्टडी और मिली है। अब इसी दौरान पालीग्राफी टेस्ट होगा और उसके बाद नार्को टेस्ट होगा। इस दौरान पुलिस के सामने चुनौती यह होगी कि इसी चार दिन में उससे सारे राज उगलवाने हैं और सबूतों को जुटाना होगा।

कोर्ट ने पुलिस को आदेश दिया है कि जल्द से जल्द सबूतों को जुटाएं एवं कोर्ट के समक्ष पेश करे पुलिस ने 14 अलग-अलग टीमें तैनात की हैं। आफताब ने कहा है कि 6 महीने होने के कारण कई बातें याद नहीं हैं। उसने मैप बनाकर बताया कि उसने सबूत (हथियार आदि) कहां-कहां फेंके हैं। उसने मैप में ही तालाब के बारे में बताया है। आज कोर्ट में आफताब ने बयान दिया कि तालाब के पास उसने श्रद्धा की खोपड़ी फेंकी थी। जबड़े का हिस्सा भी बरामद हुआ है, उसे लैब में भेजा गया है ताकि पता लगाया जा सके कि यह श्रद्धा का है या किसी और का।

आफताब ने किया “Heat of Moment” का जिक्र

आफताब ने कोर्ट में कहा कि जो भी किया गुस्से में किया “Heat of the moment” था हालांकि विशेषज्ञ के अनुसार उसका यह बयान उसकी तरफ से बचने की कोशिश हो सकती है। दरअसल, इसका मतलब यह होता है कि आपने कुछ ऐसा किया जो बिना सोचे-समझे हुआ क्योंकि आप काफी ज्यादा गुस्से में आ गए थे। वह इसे गैर-इरादतन हत्या का रूप दे रहा है। सूत्रों के अनुसार शुरू से ही कहा जा रहा है कि 18 मई की रात को आफताब और श्रद्धा के बीच किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ था। आफताब के मुताबिक श्रद्धा ने उसकी तरफ कुछ फेंका और वह गुस्से में लाल उसकी तरफ दौड़ा और उसने तब तक उसका गला दबाए रखा जब तक तङपती हुई श्रद्धा का शरीर शांत नहीं पड़ गया।

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