Bihar Assembly Election 2020 : क्या इस चुनाव में नेताओं को ‘करारा जवाब’ मिलेगा ?

अमित द्विवेदी | नवप्रवाह न्यूज़ नेट्वर्क 
बिहार की राजनीति में नितीश कुमार का ग्राफ़ कुछ ऐसा रहा है कि वे सुविधा के हिसाब से राजनीतिक साथी बदलते रहे हैं। कभी भाजपा के साथ गठबन्धन, तो कभी महागठबंधन की नेतागीरी शुरू कर देते हैं। उनके इसी राजनीतिक उलट-पलट को चिराग़ पासवान चुनावी मुद्दा बना रहे हैं। उन्होंने ट्वीट के ज़रिए नितीश कुमार को घेरने की कोशिश शुरू कर दी है।
बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के लिए चुनाव प्रचार घनघोर रूप ले चुका है। चुनावी चकल्लस चरम पर है। नेता, नेतागीरी का कोई मौक़ा नहीं छोड़ रहे। कुछ लोग हेलीकाप्टर से यात्रा करते-करते किसानों की समस्या की दुहाई दे रहे हैं, तो कुछ ऐसे भी हैं, जो टूटी हुई सड़कों पर वर्चुअल हवाई जहाज़ लैण्ड कराने में व्यस्त हैं। वास्तविकता के धरातल पर कोई वोट नहीं माँग रहा। सभी राजनीतिक दल फ़ीचर फ़िल्म का टीज़र दिखा कर सरकार बना लेना चाहते हैं। इसी बीच कंफ्यूजन वाली राजनीति कर रहे चिराग़ पासवान लगातार नितीश कुमार पर निशाना साध रहे हैं। चिराग़ पासवान नितीश पर जो पल्टी मारने की आशंका जता रहे हैं, उन को शायद अपनी पार्टी का इतिहास नहीं पता!
चिराग ने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल पर लिखा है, “पिछली बार लालू प्रसाद जी के आशीर्वाद से नितीश कुमार जी मुख्यमंत्री बने और फिर उनको धोखा देकर प्रधानमंत्री जी के आशीर्वाद से रातों रात मुख्यमंत्री बन गए। इस बार कहीं नरेंद्र मोदी जी का आशीर्वाद लेकर फिर लालू प्रसाद जी के शरण में न चले जाएं साहब।”
बिहार में जो भी राजनीतिक दल चुनावी मैदान में हैं, सभी एक दूसरे के वायदों की काट तैयार करने में लगे हैं। बिहार की जनता को तो पता ही है कि किस राजनीतिक दल के शासनकाल में प्रदेश का विकास हुआ और किसकी सरकार ने प्रदेश की व्यवस्था और प्रशासन को खोखला किया। इसके बावजूद नेताओं की मंडली बिहारियों को भरमाने में लगी है। लेकिन चर्चा ये भी है कि इस बार बिहार की जनता नेताओं को करारा जवाब देने के लिए पूरी तरह से तैयार है।

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