सुनील यादव | Navpravah.com
देश भर में फैल रहे बिटकॉइन एक्सचेंज को लेकर आईटी विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है। बेंगलुरु की जाँच इकाई की अगुवाई में आयकर विभाग ने गुरुग्राम सहित देशभर के 9 बिटकॉइन एक्सचेंज परिसरों पर छापेमारी की। सूत्रों के अनुसार, यह कार्रवाई इन बिटकॉइन एक्सचेंज द्वारा कथित रूप से कर चोरी के मामले के बाद की गई।
बता दें कि बिटकॉइन में निवेश को लेकर पहले ही भारतीय रिजर्व बैंक ने निवेशकों को आगाह कर दिया था। अब देशभर की इंडस्ट्री ने भी बिटकॉइन के खिलाफ एक होकर आवाज उठाई है। उद्योग संगठन एसोचैम ने मंगलवार को सरकार से बिटकॉइन को तुरंत प्रभाव से बंद कर देने की मांग की।
आयकर विभाग द्वारा 133A के तहत बिटकॉइन एक्सचेंज परिसरों पर कार्रवाई की गई। इस धारा के तहत निवेशकों और व्यापारियों की पहचान के लिए प्रमाणपत्र जुटाना, उनके द्वारा किये गए सौदे, दूसरे पक्षों की पहचान, इस्तेमाल किये गए बैंक खातों का पता लगाना आदि से संबंधित कार्रवाई की जाती है।
क्या है बिटकॉइन-
बिटकॉइन एक वर्चुअल डिजिटल कर्रेंसी है, जिसे क्रिप्टो करेंसी भी कहा जाता है। इस करेंसी को न तो कोई देख सकता है और न ही कोई इसे छू सकता है। यह करेंसी अन्य मुद्राओं की तरह ही इस्तेमाल की जाती है पर यह केवल ऑनलाइन ही उपलब्ध होती है। 2009 में सातोशी नाम के व्यक्ति ने बिटकॉइन का ईजाद किया था। जिसके बाद से यह मुद्रा ऑनलाइन पेमेंट का जरिया बनती गई। दुनियाभर की बड़ी कंपनियों में मुद्राओं के लेन देन से संबंधित कार्यों में बिटकॉइन ही प्रचलन में है। दिन-ब-दिन बिटकॉइन दुनियाभर में अपनी छाप छोड़ते जा रहा है। सोमवार को बिटकॉइन ने डेरिवेटिव ट्रेड में 18,000 डॉलर के स्तर को पार किया था, जिसको देखते हुए यह अनुमान लगाया जा रहा है कि यह जल्द ही 20,000 डॉलर की ऊंचाई को पार कर जाएगा।