टेलि‍कॉम इंडस्‍ट्री की सबसे बड़ी डील, Idea-vodafone ने मिलाया हाथ

शिखा पाण्डेय | Navpravah.com

‘भारती एयरटेल’ व ‘रिलायंस जियो’ को कड़ी टक्कर देने की दिशा में ‘आईडिया’ व ‘वोडाफोन’ ने मिलकर एक बेजोड़ उपाय ढूंढ निकाला है। अब दोनों टेलीकॉम कंपनियां एक साथ मिलकर प्रतियोगी कंपनियों को मात देंगी। जी हां! टेलि‍कॉम ऑपरेटर ‘आइडि‍या’ के बोर्ड ने ‘वोडाफोन’ के साथ मर्जर को मंजूरी दे दी है। माना जा रहा है कि‍ यह टेलि‍कॉम इंडस्‍ट्री की सबसे बड़ी डील है। ‘आइडि‍या’ की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार वोडाफोन के पास इस संधि की 45% हि‍स्‍सेदारी होगी। वहीं, आइडि‍या के पास 26% हि‍स्‍सेदारी होगी।

इंडिया रेटिंग एंड रिसर्च एजेंसी के मुताबिक इस डील के सफल होने पर मर्जर के बाद बनने वाली कंपनी टेलिककॉम सेक्टर में भारत की सबसे बड़ी कंपनी होगी, जिसका मार्केट शेयर 40% और सब्सक्राइबर बेस 38 करोड़ होगा। एजेंसी की रिपोर्ट में बताया गया है कि वोडाफोन और आइडिया के मर्जर से बनने वाली कंपनी का रेवेन्यू 77,500 करोड़ से 80,000 करोड़ रुपए होगा।

क्या हैं डील के अहम् पहलू-

– आइडि‍या के अनुसार‍ वोडाफोन करीब 4.9% हि‍स्‍सेदारी आइडि‍या प्रोमोटर्स को ट्रांसफर करेगी। मर्जर के बाद बनने वाली नई कंपनी टेलिकॉम सेक्टर में देश की सबसे बड़ी कंपनी होगी, जिसके करीब 38 करोड़ कस्टमर्स होंगे।

– आइडि‍या प्रोमोटर्स के पास एडिशनल 9.5% हि‍स्‍सेदारी लेने का अधि‍कार है। प्रोमोटर्स 130 रुपए प्रति‍ शेयर के हि‍साब से हि‍स्‍सेदारी ले सकते हैं।

– डील से पहले आइडि‍या अपनी इंडस में मौजूद 11.15 फीसदी हि‍स्‍सेदारी को बेचकर क़र्ज़ कम करेगी। डील से वोडाफोन ग्रुप का कुल क़र्ज़ 8.2 अरब डॉलर तक कम होगा।

– आइडि‍या-वोडाफोन की डील 72 रुपए प्रति‍ शेयर के हि‍साब से पूरी होगी। यह डील 2018 तक पूरी होने की उम्‍मीद है।

– मर्जर कंपनी के बोर्ड में कुल 12 डायरेक्‍टर्स होंगे। दोनों कंपनि‍यों के 3-3 डायरेक्‍टर्स होंगे। नई कंपनी के बोर्ड में 6 इंडि‍पेंडेंट डायरेक्‍टर्स होंगे।

 – वोडाफोन मर्जर के बाद बनने वाली कंपनी में सीईओ और सीएफओ पद का चुनाव करेगा, जबकि कंपनी का चेयरमैन घोषित करने का हक आइडिया को होगा।

आपको बता दें कि अभी देश में एयरटेल 26.34 करोड़ कस्टमर्स के साथ देश की सबसे बड़ी टेलिकॉम सर्विस प्रोवाइडर है। वोडाफोन इंडिया 20.028 करोड़ कस्टमर्स के साथ दूसरी और आइडिया सेल्युलर 18.77 करोड़ कस्टमर्स के साथ तीसरी सबसे बड़ी कंपनी है। दोनों की संधि के बाद, इनके कुल 38 करोड़ सब्सक्राइबर्स हो जाएंगे। सीएलएसए की एक रिपोर्ट के मुताबिक वोडाफोन-आइडिया को मिलाकर बनने वाली नई कंपनी के पास 2018-19 तक मोबाइल मार्केट की 43% हिस्सेदारी होगी, जिससे यह पहले नंबर पर होगी। दूसरे नंबर पर भारती एयरटेल के पास 33% और रिलायंस जियो की 13% हिस्सेदारी रहेगी।

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