ब्यूरो
पेरिस से काहिरा जा रहा एक विमान आज मिस्र की वायुसीमा में पहुंचने के बाद राडार से लापता होने के पश्चात भूमध्यसागर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। मिस्र के प्रधानमंत्री शेरीफ इस्माइल ने कहा कि अभी यह तय नहीं है कि विमान तकनीकी समस्या से दुर्घटनाग्रस्त हुआ या फिर आतंकवादी हमले से। उन्होंने काहिरा हवाई अड्डे पर पत्रकारों से कहा, ‘ किसी भी संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।’
इजिप्ट एयर का यह विमान 26 विदेशियों समेत 66 लोगों को लेकर काहिरा जा रहा था। मिस्र की वायुसीमा में प्रवेश करने के तुरंत बाद एयरबस ए-320 स्थानीय समयानुसार रात पौने तीन बजे राडार से लापता हो गया। उस समय वह 37,000 फुट की उंचाई पर उड़ रहा था। मलबे की तलाश अब तक जारी है।
मिस्र की सेना के तलाशी एवं बचाव दल विमान के मलबे का पता लगाने के लिए क्षेत्र को खंगालने में जुटे हैं। विमान में एक बच्चे और दो शिशुओं समेत 56 यात्री और चालक दल के 10 सदस्य सवार थे। विमान पर मिस्र के 30 नागरिकों के अलावा 15 फ्रांसीसी मुसाफिर, 2 इराकी और ब्रिटेन, बेल्जियम, कुवैत, सऊदी अरब, सूडान, चाड, पुर्तगाल, अलजीरिया और कनाडा के एक-एक मुसाफिर सवार थे।
इजिप्ट एयर ने कहा कि विमान के लापता होने के दो घंटे बाद उससे मुसीबत में फंसे होने का संदेश मिला था। हालांकि, मिस्र की सेना ने इस बात से इनकार किया है कि ऐसा कोई संदेश मिला है।
मिस्र की सेना ने विमान के मलबे का पता लगाने के लिए यूनान की मदद से खोजी विमान और नौसेना के जहाज तैनात किए हैं। फ्रांस के विदेश मंत्री ज्यां मार्क आर्यल्ट ने भी मलबे की खोज में शामिल होने के लिए सैन्य विमान और नौकाएं भेजने की पेशकश की है।