न्यूज़ डेस्क | नवप्रवाह न्यूज़ नेट्वर्क
चीन की स्थिति का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि अब वैश्विक स्तर पर चीनी ऐप्स का बॉयकॉट होना शुरू हो गया है। अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोंपियो के बयान ने इस पूरे मामले को और गर्म कर दिया है। उन्होंने कहा कि हम चीनी ऐप्स को बैन करके के मामले पर गम्भीरता से विचार कर रहे हैं।
टिक टॉक समेत तमाम चीनी ऐप्स का बुरे दिन शुरू हो गए हैं। भारत में बैन के बाद टिक टॉक को बड़ी आर्थिक चोट लगी थी। इस ज़ख़्म से चीनी ऐप्स उबर पाते, उसके पहले ही अमेरिका ने भी चीनी ऐप्स बैन करने की बात कह दी। इसके बाद से चीनी व्यापारियों के पसीने छूटने शुरू हो गए। अगर भारत के बाद अमेरिका ऐसा ऐक्शन ले लेता है, तो चीन को बहुत बड़ा झटका लग सकता है।
कंगारुओं में भी ग़ुस्सा-
ऑस्ट्रेलिया में भी आम लोगों ने चाइनीज़ ऐप्स को लेकर विरोध करना शुरू कर दिया है। लोगों ने चाइनीज़ ऐप्स को बैन करने की माँग की है। इस तरह से पूरे विश्व में चीन की नापाक हरकतों का विरोध हो रहा है। बता दें कि भारत में टिक टॉक बैन होने से चीन का लगभग 6 अरब डॉलर का नुक़सान हुआ है।
इधर, भारत में बैन सभी ऐप्स के वरिष्ठ अधिकारी भारतीय अधिकारियों से इस मसले पर बात करने में जुटे हैं कि वे भारतीयों की निजी जानकारी चीनी सरकार के साथ साझा नहीं करते हैं। हालाँकि भारत सरकार ने चीनी ऐप्स को बैन कर विश्व को यह बता दिया कि भारत की संप्रभुता के साथ खिलवाड़ करने वाले किसी भी देश को बख़्शा नहीं जाएगा।