Canada: ख़ालिस्तानी चरमपंथियों ने की सारी हदें पार, हिंदू सभा मंदिर गए भक्तों पर किया हमला

मेधा सिंह | navpravah.com 

नई दिल्ली | ब्रैम्पटन के हिन्दू सभा मंदिर में खालिस्तानी चरमपंथियों ने तोड़फोड़ की और श्रद्धालुओं पर हमला किया। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर हिंदू फोरम कनाडा ने इस घटना का एक वीडियो साझा किया है जिसमें साफ तौर पर देखा जा सकता है कि खालिस्तानी चरमपंथी मंदिर में आए हुए श्रद्धालुओं पर डंडे से हमला कर रहे हैं और मंदिर परिसर में हंगामा करते हुए नजर आ रहे हैं।उन्होंने पीले रंग के खालिस्तानी झंडे लिए हुए थे और उसी के डंडे से श्रद्धालुओं पर हमला कर रहे थे।

इस तरह की घटनाएं कनाडा में आम बात हो गई है। इसके पहले इस साल एडमोंटन के बीएपीएस स्वामीनारायण मंदिर में हिंदू विरोधी नारे लिखे गए थे और हिंदू कनाडाई सांसद चंद्र आर्य को धमकी मिली थी।

प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो ने हाल में होने वाले हमले की निंदा करते हुए X पर लिखा है – “ब्रैम्पटन के हिन्दू सभा मंदिर में हिंसा की घटना स्वीकार्य नहीं हैं। हर कनाडाई को अपना धर्म पालन करने के लिए पूर्ण आज़ादी और सुरक्षा मिली है।मैं पील रीजनल पुलिस का धन्यवाद करना चाहूंगा जिन्होंने तुरंत मौके पर पहुंच कर लोगों को सुरक्षा दी और मामला की तहकीकात शुरू कर दी।”

इस हमले के बाद ट्रुडो और कनाडाई पुलिस पर खालिस्तानी चरमपंथियों को खुली छूट देने का इल्ज़ाम लग रहा है। कहा जाने लगा है कि कनाडा की सियासत में खालिस्तानियों का दबदबा हो गया है। एक वीडियो में दिख रहा है कि जब घटना हो रही है, तब वहां कोई पुलिस या सुरक्षाकर्मी मौजूद नहीं है। ऐसा लग रहा है कि कनाडा में कोई सुरक्षा व्यवस्था है ही नहीं।

कनाडा के हाउस ऑफ कॉमन्स के हिन्दू सांसद चंद्र आर्य ने X पर लिखा “कनाडाई खालिस्तानी चरमपंथियों ने आज लाल रेखा पार कर दी है और इस घटना ने दर्शा दिया है कि खालिस्तानी चरमपंथी सोच कनाडा में कितनी गहरी और बेशर्म हो चुकी है। मुझे विश्वास होने लगा है उस रिपोर्ट पर जिसमें लिखा है कि कनाडा के राजनितिक ढांचे के साथ साथ खालिस्तानियों ने कनाडा के कानूनी व्यवस्था के अंदर भी अपनी पकड़ बना ली है। अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर खालिस्तानी चरमपंथियों को कनाडा में फ्री पास मिल जा रहा है। मैंने बार-बार कहा है हिंदू कनाडाई को आगे बढ़कर अपने हक की मांग रखनी होगी और नेताओं को जिम्मेदार ठहराना होगा।” चंद्र आर्य ने पहले भी ऐसे हादसों पर खुल के बयान दिए हैं ।

कनाडा में आए दिन खालिस्तानी कुछ न कुछ हंगामा करते रहते हैं। कनाडा में अब खालिस्तानी चरमपंथी सोच ताकतवर होती जा रही है कनाडा में भारत के खिलाफ बहुत नारेबाजी होने लगी है और कनाडा सरकार की पॉलिसी का झुकाव इसकी तरफ नज़र आ रहा है जिसकी वजह से भारत और कनाडा के बीच रिश्ते खराब हो रहे हैं। वहां की सरकार खालिस्तानियों को नाराज़ नहीं करना चाह रही है वरना उन्हें चुनाव में हार का सामना झेलना पड़ सकता है ।

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