एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में सोमवार को हुए एक फिदायीन हमले में 14 लोगों की मौत हो गई। 17 जख्मी हुए हैं। यह संख्या बढ़ने की आशंका है। इस हमले से कुछ ही देर पहले मौलवियों ने एक फतवा जारी कर आत्मघाती हमलों को ‘हराम ’ करार दिया था।
काबुल में पुलिस के प्रवक्ता हश्मत स्तानिकजई ने स्थानीय प्रसारणकर्ता तोलो न्यूज से कहा , ‘हमारी प्राथमिक सूचना बताती है कि आत्मघाती हमला तब हुआ जब मेहमान सभागार से बाहर निकल रहे थे। यह सभा सुबह करीब साढ़े ग्यारह बजे हुई।’ किसी संगठन ने अभी तक इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।
उन्होंने कहा , ‘दुर्भाग्य से कुछ लोगों की मौत हुई है और कुछ घायल हुए हैं लेकिन हम यह नहीं जानते कि कितने लोग हैं।’ उन्होंने बताया कि यह विस्फोट सभागार के बाहर हुआ। एक सुरक्षा सूत्र ने पुष्टि की कि यह आत्मघाती हमला है।
स्तानिकजई ने बताया कि हमलावर ने आयोजन स्थल के बाहर खुद को उड़ा लिया, जहां शीर्ष मौलवी और सरकारी अधिकारी एकत्र थे। सुरक्षा बलों ने इसके आत्मघाती हमला होने की पुष्टि की है।
स्थानीय मीडिया ने बताया कि उलेमा काउंसिल की बैठक में करीब 3000 मौलवी एकत्र हुए थे। यह अफगानिस्तान के शीर्ष मौलवियों की संस्था है। इससे पहले, उन्होंने देश में चल रहे संघर्ष के खिलाफ फतवा जारी किया था और इस तरह के हमलों को इस्लाम विरोधी करार देते हुए पाप बताया था।
इससे पहले 9 मई काबुल के पुलिस स्टेशनों पर कुछ बंदूकधारियों और आत्मघातियों ने हमले किए थे। इसमें कम से कम 5 लोगों की मौत हुई थी। 20 से ज्यादा जख्मीे हुए थे। हक्कानी नेटवर्क और लश्कर-ए-तैयबा ने इन हमलों को अंजाम दिया था। अफगानिस्तान में बीते कुछ दिनों में आतंकी हमले बढ़े हैं। 6 मई को एक मस्जिद में बने वोटर रजिस्ट्रेशन सेंटर पर हमला हुआ था। इसमें 15 लोगों की मौत हुई थी।